दैश भर में हो रही कैश की किल्लत, एटीएम से नहीं निकल रहा पैसा
मंगलवार को देश के कई छोटे-बड़े शहरों में एटीएम से कैश गायब होने की खबर से हड़कंप मच गया है. बड़ी संख्या में लोग एटीएम में पहुंचने लगे, हालांकि वित्त मंत्री ने साफ़ किया कि कैश की कोई कमी नहीं है. अब वित्त मंत्रालय ने एक हफ्ते में कैश की किल्लत दूर करने का दावा किया है. बनारस, भोपाल, पटना, हैदराबाद- हर जगह एटीएम ख़ाली दिखे और लोगों की भीड़ दिखी. खबर चल पड़ी थी कि एटीएम में पैसा नहीं है.
वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि देश में कैश के हालात का जायज़ा लिया. कुल मिलाकर पर्याप्त से ज़्यादा कैश बाज़ार में है और बैंकों के पास भी है. कुछ इलाक़ों में अचानक और बढ़ी हुई मांग से पैदा हुई क़िल्लत से जल्द ही निबटा जा रहा है. बैंकिग सचिव राजीव कुमार ने एनडीटीवी से कहा कि 85 फ़ीसदी एटीएम मशीनों में कैश है. 10 से 12 फीसदी मशीनें हमेशा रखरखाव में रहती हैं. लेकिन फिर संकट क्यों है? राजीव कुमार की सफ़ाई है कि मार्च अप्रैल में कैश की मांग ज़्यादा होती है.
क्यों हो रही कैश की क़िल्लत?
1- फाइनेंशियल रिजॉल्यूशन ऐंड डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल का डर
2- बिल में सिर्फ़ एक लाख छोड़कर पूरा पैसा लेने का प्रावधान
3- ग्राहकों के पैसों से बैंकों की सेहत सुधारने का प्रावधान
4- लगातार बढ़ रहे NPA की वजह से ग्राहकों में घबराहट
5- डर की वजह से बैंकों, ATM से ज़्यादा पैसे निकालने की होड़
6- एक साल से 2000 को नोटों का छपना क़रीब-क़रीब बंद
7- 200 के नोटों के लिए 70 फ़ीसदी एटीएम तैयार नहीं
8- कृषि क्षेत्र में खरीद-फरोख्त में बढ़ोतरी
9- शादी का सीज़न
10- कंपनियों द्वारा वित्तीय साल का क्लोज़र