दिन में तीन बार रंग बदलता है भोलेनाथ का अनोखा शिवलिंग
देवों के देव भगवान महादेव की पूरी दुनिया दीवानी है। इनकी कृपा जिस किसी पर हो जाए उसका उसका जीवन सफल हो जाता है। हिंदू धर्म में महादेव सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ,गंगाधार के नाम से भी जाना जाता है। महादेव के बहुत से मंदिरों में आज भी ऐसे रहस्य है जिनको विज्ञान भी नहीं समझ पाया है। ऐसे ही एक रहस्य बताने जा रहे है जहां भगवान शिव को देखने दूर-दूर से श्रद्वालु यहां आते है।
राजस्थान के धौलपुर में अचलेश्वर महादेव मंदिर है। इस मंदिर में 2500 साल पुराना शिवलिंग है। इस शिवलिंग की सबसे खास बात यह है कि यह दिन में तीन बार रंग बदलता है। इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग के बारे में सुनकर लोग इसे देखने के लिए दूर-दूर से यहां आते हैं। सुबह में शिवलिंग का रंग लाल रहता है, दोपहर को केसरिया रंग का हो जाता है, और जैसे-जैसे शाम होती है शिवलिंग का रंग सांवला हो जाता है।
अचलेश्वर महादेव के रंग बदलने के पीछे कौन सा विज्ञान है। इसका पता लगाने के लिए पुरातत्व टीम यहां का निरिक्षण कर चुकी है लेकिन कोई भी इसका रहस्य नहीं जान पाया है। इसके अलावा इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस शिवलिंग को चढाया जाने वाला जल कहां जाता है, ये अब तक कोई नहीं जान सका। शिवलिंग के नीचे बने प्राकृतिक पाताल खड्डे में कितना भी पानी डाल लो वो नहीं भरता।