आरबीआई नोटबंदी से वापस आए पुराने नोटों की बनाएगा ईंटे
नोटबंदी के बाद आए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों में जिनकी असली-नकली की पहचान और गिनती हो चुकी है, उन्हें टुकड़ों में काटकर ईंट शक्ल में (ब्रिकेट) बदलने के बाद निविदा के माध्यम से उनका निपटारा कर दिया जाएगा. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सूचना का अधिकार कानून के तहत यह जानकारी दी है.
बता दें कि 30 जून 2017 को जारी किए अपने प्रारंभिक आकलन में रिजर्व बैंक ने पुराने 500 और 1,000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य 15.28 लाख करोड़ रुपये बताया था.
ऐसे हुई पुराने नोटों की गिनती
एक आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक ने कहा, 'बंद हुए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों की गिनती की गई है और मुद्रा सत्यापन की अत्याधुनिक प्रणाली के तहत उनकी जांच की गई है. इस प्रक्रिया को पूरा करने वाले नोटों को रिजर्व बैंक के विभिन्न कार्यालयों में लगाए गए नोटों को काटने और ब्रिकेटिंग प्रणाली में इन्हें काटकर उन्हें ब्रिकेट में परिवर्तित किया जा रहा है.
कैसे बनेगी नोटों की ईंट
रिजर्व बैंक के अनुसार जब इन कटे हुए नोटों को दबाकर इन्हें चौकोर ईंट की शक्ल में बदल दिया जाएगा तो निविदा के माध्यम से इनका निस्तारण कर दिया जाएगा. जवाब में कहा गया है, रिजर्व बैंक ऐसे नोटों का पुनर्चक्रण नहीं करता है. यानी दोबारा उससे गलाकर नया तैयार नहीं किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के देशभर में विभिन्न कार्यालयों में कुल 59 अत्याधुनिक मुद्रा सत्यापन एवं प्रसंस्करण मशीनें कार्यरत हैं. इन्हीं के माध्यम से नोटबंदी में वापस आए नोटों को काटकर खत्म किया गया है और उनके असली होने की जांच की गई है.
मोदी सरकार की नोटबंदी की घोषणा के बाद 8 नवंबर 2016 को पांच सौ और एक हजार रुपये के पुराने नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे. इसकी वजह से लोगों को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बैंक में जमा कराने और बैंक से पैसे निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.