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वैलेंटाइन वीक : इस गुलाब की कीमत जानकर उड़ जाएंगे आपके होश



नई दिल्ली। वैलेंटाइन वीक की शुरुआत हो चुकी है। इस वीक के पहले दिन रोज डे मनाया जाता है। इस दिन अपने साथी को गुलाब का फूल देकर प्यार का इजहार किया जाता है। दुनियाभर में वैलेंटाइन वीक बडी धूमधाम से मनाया जाता है। देखा जाता है कि रोज डे पर लोग लाल, सफेद और पिंक कलर के रोज देते है, इन सभी का अलग-अलग मतलब होता है। गुलाब को दुनिया का सबसे पसंदीदा फूल माना जाता है। आपके लिए पेश है गुलाब से जुड़े ऐसे फैक्ट्स जो बहुत कम लोग जानते हैं।

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गुलाब 100 प्रकार के होते हैं। जिसमें ज्यादातर एशिया में पाए जाते है। बाकी यूरोप, नॉर्थ अमेरिका और अफ्रीका में पाए जाते हैं। सबसे महंगा गुलाब जूलिअट रोज को माना जाता है। इसकी कीमत करोड़ों में होती है। असल में इसे गुलाब की ब्रीडिंग करने वाले मशहूर फ्लॉवरिस्ट डेविड ऑस्टिन ने कई गुलाबों से मिलाकर बनाया था।


कमर्शियल ब्रीडिंग की वजह से गुलाब किसी भी देश में आसानी से मिल सकता है। गुलाब की खेती 500 साल बीसी शुरू हुई और गुलाब की 13000 किस्मों की पैदावार हुई। जंगली गुलाब विभिन्न निवासों में जीवित रह सकते हैं, लेकिन सर्दियों में गुलाब ज्यादा सरवाइव नहीं कर पाते। गुलाब की ज्यादातर स्पिशीज झडऩे वाली होती है। लेकिन कुछ स्पिशीज एवरग्रीन होते हैं।


गुलाब का रंग उसकी स्पिशी पर डिपेंड करता है। गुलाब सफेद, पीला, पिंक, नारंगी और लाल रंग के होते हैं। नीले और काले रंग के गुलाब नहीं होते हैं। हर रंग का गुलाब अलग-अलग चीज का प्रतीक होता है। लाल गुलाब प्यार का प्रतीक है, पीला गुलाब दोस्ती का प्रतीक है, नारंगी गुलाब उत्साह के लिए होता है, सफेद गुलाब पवित्रता के लिए और पिंक गुलाब प्रसन्नता के लिए।

परफ्यूम के लिए गुलाब का तेल का इस्तेमाल किया जाता है। एक ग्राम गुलाब के तेल के लिए 2 हजार गुलाब की जरूरत होती है। गुलाब का पानी और सिरप का इस्तेमाल खाना बनाने में होता है। रोज हिप से जैम, मुरब्बा या पंखडिय़ों को सुखाने के बाद चाय में इस्तेमाल किया जाता है। गुलाब पर करीब 4 हजार गाने बनाए हैं यही नहीं, गुलाब ज्यादा समय तक जिंदा रह सकते हैं।

कमर्शियल ब्रीडिंग की वजह से गुलाब किसी भी देश में आसानी से मिल सकता है। गुलाब की खेती 500 साल बीसी शुरू हुई और गुलाब की 13000 किस्मों की पैदावार हुई। जंगली गुलाब विभिन्न निवासों में जीवित रह सकते हैं, लेकिन सर्दियों में गुलाब ज्यादा सरवाइव नहीं कर पाते। गुलाब की ज्यादातर स्पिशीज झडऩे वाली होती है। लेकिन कुछ स्पिशीज एवरग्रीन होते हैं।


गुलाब का रंग उसकी स्पिशी पर डिपेंड करता है। गुलाब सफेद, पीला, पिंक, नारंगी और लाल रंग के होते हैं। नीले और काले रंग के गुलाब नहीं होते हैं। हर रंग का गुलाब अलग-अलग चीज का प्रतीक होता है। लाल गुलाब प्यार का प्रतीक है, पीला गुलाब दोस्ती का प्रतीक है, नारंगी गुलाब उत्साह के लिए होता है, सफेद गुलाब पवित्रता के लिए और पिंक गुलाब प्रसन्नता के लिए।
परफ्यूम के लिए गुलाब का तेल का इस्तेमाल किया जाता है। एक ग्राम गुलाब के तेल के लिए 2 हजार गुलाब की जरूरत होती है। गुलाब का पानी और सिरप का इस्तेमाल खाना बनाने में होता है। रोज हिप से जैम, मुरब्बा या पंखडिय़ों को सुखाने के बाद चाय में इस्तेमाल किया जाता है। गुलाब पर करीब 4 हजार गाने बनाए हैं यही नहीं, गुलाब ज्यादा समय तक जिंदा रह सकते हैं।

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