आईटीआई के 6 लाख प्रशिक्षणार्थियों की हुई ऑनलाइन परीक्षा
आई.टी.आई. परीक्षा ऑनलाइन कराने से मानव संसाधन और समय की हुई बचत
उज्जैन । आईटीआई सेमेस्टर परीक्षाएँ ऑनलाइन करवाने से मानव संसाधन एवं समय की बचत हुई है। देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश में वर्ष 2015 से शुरू हुई ऑनलाइन परीक्षाओं में अब तक 6 लाख प्रशिक्षणार्थियों की परीक्षा सफलतापूर्वक हो चुकी है। प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रश्न-पत्र सबमिट करते ही स्कोर-कार्ड कप्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाता है। मानवरहित मूल्यांकन होने के कारण परीक्षा परिणाम की त्रुटियाँ लगभग नगण्य हो गई हैं। पेपरवर्क का काम लगभग खत्म हो गया है।
विभिन्न राज्यों ने जानी परीक्षा प्रणाली
तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी ने बताया है कि केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री द्वारा वर्ष 2017 में ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली की सराहना करते हुए अन्य राज्यों से इसका अनुकरण करने का आग्रह किया था। परिणाम स्वरूप उड़ीसा, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, गोवा, हरियाणा एवं गुजरात राज्यों के अधिकारियों ने मध्यप्रदेश आकर ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली की जानकारी ली। इस कार्य के लिये राज्य को वर्ष 2016 में स्कॉच अवार्ड भी मिल चुका है।
गौरतलब है कि राज्य की विभिन्न आईटीआई के साथ-साथ जेल आईटीआई, पुलिस आईटीआई एवं आर्मी आईटीआई में भी ऑनलाइन परीक्षा करवाई जा रही है। सर्वप्रथम एससीव्हीटी की परीक्षा कराई गई। इसमें 23 हजार प्रशिक्षणार्थी सम्मिलित हुए। इनमें से 70 प्रतिशत प्रशिक्षणार्थी उत्तीर्ण हुए। एससीव्हीटी परीक्षा की सफलता से प्रेरित होकर एनसीव्हीटी की ऑनलाइन परीक्षा फरवरी-2016 से शुरू की गई। इसमें 55 हजार प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए थे। अब तक एससीव्हीटी और एनसीव्हीटी ऑनलाइन परीक्षा में 6 लाख प्रशिक्षणार्थी शामिल हो चुके हैं।