शिवनवरात्रि के दौरान होगा हरिकीर्तन
शिवनवरात्रि के दौरान 5 फरवरी से 14 फरवरी तक मंदिर प्रांगण में नवग्रह मंदिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर 1909 से कानडकर परिवार इन्दौर द्वारा वंश परंपरानुसार हरिकीर्तन की सेवा दी जा रही है। इसी तारतम्य में कथारत्न हरिभक्त परायण पं. रमेश कानडकर द्वारा हरिकीर्तन का आयोजन होगा।
17 फरवरी को होंगे भगवान श्री महाकाल के
पंच मुखारविन्द के दर्शन
महाशिवरात्रि पर्व के दो दिन बाद परंपरानुसार फाल्गुन शुक्ल द्वितीया को भगवान श्री महाकालेश्वर पंच मुखारविन्दों में एक साथ श्री मन महेश, शिव तांडव, छबीना, होल्कर, उमामहेष के स्वरूपों का दर्शन होगा। उल्लेखनीय है कि वर्ष में एक ही बार ऐसा अवसर आता है जब एक साथ बाबा के पांच स्वरूपों के दर्शन भक्तों को होते है।