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आम बजट के दौरान रेल बजट की घोषणा


स्वतंत्र भारत के इतिहास में दूसरी बार आम बजट में रेल बजट की घोषणा की गई। सन् 1924 से एकवर्थ समिति के सुझाव के अनुसार आम बजट एवं रेल बजट को अलग अलग घोषित किया जा रहा था।
इसकी जानकारी देते हुए मंडल रेल प्रवक्ता  ने बताया कि 1 फरवरी को केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा आम बजट के साथ रेल बजट की भी घोषणा की गई। 2018-19 के बजट में रेलवे के लिए 1.48 लाख करोड़ रूपये उपलब्ध कराये गये थे। बजट में घोषित  किए गये  अन्य बिन्दु निम्नानुसार है -

बड़ोदरा में प्रस्तावित प्रथम रेलवे विश्वविद्यालय की घोषणा की गइ।
प्रतिदिन 25000 से अधिक आगंतुको वाले स्टेशनों पर एस्केलेटर की सुविधा प्रदान की जाएगी।
सभी स्टेशनों एवं ट्रेनों में सीसीटीवी एवं वाई-फाई की सुविधा प्रदान की जाएगी।
2017-18 के दौरान 4000 किलोमीटर रेलमार्ग को विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस वर्ष रेलवे का मुख्य लक्ष्य अधोसंरचना का विकास एवं ठुलाई क्षमता को बढ़ाना है, इसके लिए 18000 किलोमीटर में दोहरी/तीहरी/चौथी लाइन  का निर्माण कार्य और 5000 किलोमीटर गेज के गेज परिवर्तन क्षमता के अवरोधों को समाप्त किया जाएगा तथा पूरे रेल नेटवर्क को ब्राड गेज में परिवर्तन किया जाएगा।
पूर्वी एवं पश्चिमी समर्पित मालभाड़ा गलियारों से संबंधित कार्य पूरे जोर शोर से चल रहा है। तथा 2018-19 के दौरान पर्याप्त चल स्टॉक 12000 वैंगनों, 5160 कोचों और लगभग 700 लोकोमोटिव की खरीदारी की जा रही है। माल शोड़ों में अवसंरचना को सुदृड़ करने तथा निजी साइडिंग के फास्ट ट्रैक शुरू करने के लिए एक वृहत कार्यक्रम शुरू किया गया है।
संरक्षा प्रथम नीति पर बल दिया जाएगा जिसके तहत फॉग सेफ तथा ट्रन प्रोटेक्शन एंड वार्निंग सिस्टम जैसी प्रोद्योगिकियों का प्रयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। अगले दो वर्षो में 4267 मानरहित लेवन क्रासिंग को समाप्त किया जाएगा।
इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री पेराम्बुर में उन्नत सुविधाओं और विशेषताओं से युक्त आधुनिक ट्रेन सेट तैयार  किए  जा रही है। ऐसे पहले ट्रेन सेटों का प्रारंभण वर्ष 2018-19 के दौरान किया जाएगा।
रतलाम मंडल से संबंधित - भारतीय रेलवे पर आमान परिवर्तन के लिए 2018-19 में 1000 किमी के ल़य के लिए 4016 करोड़ रूपये व्यय किए जाएंगे जिसमें रतलाम मंडल पर सनावद अतर खंड का 25 रूट किमी शामिल है। 2018-19 में दोहरीकरण के लिए कुल 2100 रूट किमी का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 17359 करोड़ रूपये व्यय किए जाएंगे, इस लक्ष्य में रतलाम मंडल पर चित्तौडगढ़-निम्बाहेड़ा का 26.57 रूट किमी शामिल है। 2018-19 में विद्युतीकरण  के लिए 6000 रूट किमी का लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। जिसके लिए 6302 करोड़ रूपये व्यय किया जाएगा जिसमें रतलाम मंडल का रतलाम बड़नगर 50 किमी का खंड शामिल है।

 

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