संस्कृत सरल एवं सबकी भाषा है –मंत्री श्री पारस जैन
राज्य स्तरीय शालेय कालिदास समारोह आरम्भ हुआ
उज्जैन । उज्जैन में राज्य स्तरीय शालेय कालिदास समारोह आज से आरम्भ हुआ। इस अवसरपर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने कहा कि संस्कृत सरल भाषा है, सबकी भाषा है, इसलिये इसे सबको पढ़ना चाहिये। राज्य शासन संस्कृत शिक्षण के प्रचार-प्रसार के लिये कृत संकल्पित है। महाकाल सभा मण्डप में आयोजित इस कार्यक्रम में अध्यक्षता सिंहस्थ मेला प्राधिकरण अध्यक्ष श्री दिवाकर नातू ने की। सारस्वत अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सान्दीपनि वेदविद्या प्रतिष्ठान उज्जैन के सचिव प्रो.विरूपाक्ष जड्डीपाल थे। विशिष्ट अतिथि सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान के आचार्य व निदेशक प्रो.बालकृष्ण शर्मा थे। फार्मेसी काउंसिल मप्र के अध्यक्ष श्री ओम जैन, संयुक्त संचालक शिक्षा श्री संजय गोयल तथा श्री भरत व्यास भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में महाकवि कालिदास के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा समारोह का शुभारम्भ किया गया। संस्कृत में सरस्वती वन्दना व मप्र गान की प्रस्तुति उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थियों ने दी। विद्यार्थियों ने नृत्य नाटिका की मनोहारी प्रस्तुति दी। स्वागत उद्बोधन संयुक्त संचालक श्री संजय गोयल ने दिया। अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री दिवाकर नातू ने कहा कि संस्कृत भाषा में बहुत मीठास है, इसलिये सभी को इसे सीखना चाहिये। विद्यार्थियों को कालिदास का साहित्य बार-बार पढ़ना चाहिये। श्री विरूपाक्ष जड्डीपाल ने कहा कि कालिदास समारोह अतिप्रसिद्ध है। विद्यार्थियों ने इसमें सुन्दर प्रस्तुतियां दी हैं। कालिदास की रचनाओं का गहन अध्ययन करना चाहिये। प्रो.बालकृष्ण शर्मा ने कहा कि राज्य शासन ने शालेय कालिदास समारोह के माध्यम से हम सभी को कालिदास जैसे बड़े कवि से साक्षात्कार कराया है। संस्कृत भाषा देश की पहचान है। संचालन श्रीमती पद्मजा रघुवंशी एवं मनोज द्विवेदी ने किया। आभार डॉ.राजेन्द्रप्रकाश गुप्त ने माना।
शुभारम्भ कार्यक्रम के बाद पांच संभागों के कनिष्ट वर्ग के प्रतिभागियों ने कालिदास के साहित्य पर आधारित नृत्य नाटिकाओं की प्रस्तुति दी। इस समारोह में राज्य के लगभग 200 प्रतिभागी एवं उनके मार्गदर्शी शिक्षक सहभागिता कर रहे हैं।