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एकात्म यात्रा धार्मिक नहीं राजनैतिक- वर्मा



मुख्यमंत्री चौहान अपनी नाकामी, भ्रष्टाचार छुपाने के लिए निकाल रहे यात्रा-शंकराचार्य एवं अखाड़ों ने यात्रा से दूरी बनाकर जता दी अपनी मंशा
उज्जैन। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना के उद्देश्य से भाजपा एवं प्रदेश सरकार द्वारा निकाली जा रही एकात्म यात्रा से देश के पूज्य शंकराचार्य एवं अन्य साधु संतों ने दूरी बनाकर यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार का उद्देश्य धार्मिक न होकर पूरी तरह राजनैतिक है। 
यह आरोप लगाते हुए शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अरूण वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराजसिंह चौहान अपनी नाकामी एवं भ्रष्टाचार से प्रदेशवासियों का ध्यान हटाने के लिए पहले नर्मदा सेवा यात्रा व अब एकात्म यात्रा शासकीय खर्च से निकाल रहे हैं और धर्म की आड़ लेकर वे अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। आपने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पहले नर्मदा सेवा यात्रा पर करोड़ों रूपये एवं शासकीय मशीनरी झोंक दी थी और अब आदि शंकराचार्य की प्रतिमा निर्माण हेतु धातु संग्रहण व जन जागरण के नाम पर करोड़ों रूपया व शासकीय मशीनरी को झोंका जा रहा है। पर इस यात्रा से जिस प्रकार प्रदेशवासियों ने दूरी बनाई है उससे यह स्पष्ट है कि अब आमजन इनके प्रोपोगंडे समझ चुके हैं। 
संत समाज नहीं होगा मुख्यमंत्री के षड़यंत्रों का शिकार
वर्मा ने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा जो पीठ स्थापित किये गए थे उनके एक भी शंकराचार्य ने इस यात्रा के शुभारंभ में नहीं आकर यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वे मुख्यमंत्री चौहान के राजनैतिक षड़यंत्र का शिकार नहीं होंगे और इनके अलावा जहां-जहां से यात्रा प्रारंभ हुई है वहां पर भी देश के बड़े-बड़े साधु संतों एवं 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने दूरी बनाकर बता दिया कि एकात्म यात्रा को लेकर देश का संत समाज क्या विचार रखता है। आपने कहा कि प्रत्येक स्थान पर यात्रा के दर्शन व सभा हेतु पूरी शासकीय मशीनरी को लगाने के बाद भी आमजन का घरों से नहीं निकलना स्पष्ट करता है कि अब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की उलटी गिनती प्रारंभ हो गई है। 
सिंहस्थ और नर्मदा यात्रा में किये करोड़ों के वारे-न्यारे अब एकात्म यात्रा के नाम बहा रहे करोड़ों 
शहर कांग्रेस महामंत्री अरूण वर्मा ने कहा कि भाजपा अपने वोट बैंक को ध्यान में रखकर धर्म का उपयोग करती है। पहले सिंहस्थ में करोड़ों रूपयों का घोटाला व भ्रष्टाचार किया उससे उज्जैन का बच्चा-बच्चा वाकिफ है। फिर नर्मदा यात्रा में करोड़ों के बारे न्यारे कर दिये और अब एकात्म यात्रा के नाम पर करोड़ों बहाया जा रहा है। आपने कहा कि भले मुख्यमंत्री एवं भाजपा वाले कुछ भी कर लें भाजपा की जनता के सामने उनकी असलियत आ गई है और 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाता एक-एक भ्रष्टाचार का हिसाब लेकर इन्हें सत्ता से दूर करने को तत्पर है। 

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