जिस उड़द की बोली 1500 से शुरू हो रही थी वह 1440 में ही बिकवा दी
भावांतर के नाम पर व्यापारी ने किया किसान के साथ छल-किसान ने मंडी अध्यक्ष तथा कलेक्टर को की शिकायत
उज्जैन। भावांतर के नाम पर किसान को छलने और व्यापारी द्वारा उसकी उड़द साजिश के तहत कम दाम पर बिकवाने का मामला सामने आया है। जिस फसल की बोली 1500 से शुरू होकर 2 हजार तक जानी थी उसे व्यापारी ने भावांतर का नाम लेकर मात्र 1440 में बिकवा दिया। किसान ने इस पर आपत्ति ली तथा मंडी अध्यक्ष एवं कलेक्टर को लिखित शिकायत कर व्यापारियों द्वारा किये जा रहे किसानों के शोषण को रोके जाने मांग की।
उंडासा के किसान सूर्यकांत गेहलोत पिता रामगोपाल गेहलोत ने बताया कि वह 21 दिसंबर को सुबह 11.15 बजे ट्राली लेकर मंडी पहुंचा जहां बोली लगाने वाले देवेन्द्र पंवार ने 1500 रूपये से बोली प्रारंभ की। इसी बीच व्यापारी प्रदीप जैन पुष्पक ट्रेडर्स ने कहा कि इनको भावांतर का लाभ मिलेगा इस कारण इनकी बोली 1000 से प्रारंभ करो जिस पर 1440 रूपये तक बोली लगी। जिस पर सूर्यकांत ने आपत्ति ली और व्यापारी के इस मनमाने रवैये का विरोध दर्ज करवाते हुए कहा कि सरकार किसानों की सुध ले रही है तो आप किसान का शोषण करने पर क्यों उतारू हैं यह रवैया ठीक नहीं है और मंडी एक्ट के विरूध्द अपराध बनता है जिस पर व्यापारी ने किसान के साथ दुर्व्यवहार किया। सूर्यकांत के अनुसार 20 दिसंबर 2017 को भी उड़द की 16 बोरी लेकर गया था जिस पर 2110 रूपये का भाव मिला था। इस मामले में किसान सूर्यकांत गेहलोत ने मंडी अध्यक्ष को शिकायत कर मामले की जांच की मांग की ताकि संबंधित व्यापारी और इनके जैसे दूसरे व्यापारियों को सबक मिले जिससे किसानों का शोषण होने से बचे।