2 जनवरी तक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंध, सुलभ होंगे श्रद्धालुओं को दर्शन
उज्जैन @ महाकाल मंदिर समिति नव वर्ष को होने वाली भस्म आरती में आने वाले श्रधालुओ को अच्छे दर्शन करवाने की तेयारी में जुटी प्रशासन का मकसद सभी को सुलभ दर्शन हो| कम सीट होने और ज्यादा भक्त होने के कारण पहले आओ और पहले पाओ की स्थिति रहेगी। इधर 24 दिसंबर से 02 जनवरी तक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबन्ध कर दिया गया है। वही 01 जनवरी की सुबह होने वाली भस्मारती की ऑनलाइन बुकिंग भी बंद कर दी गई हे |
साल 2017 को लोग अलविदा कहने जा रहे है और साल 2018 के स्वागत की तेयारी जोरो से कर रहे है| हर साल नए वर्ष के आगमान पर देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग पर भक्तो की भीड़ आने का अनुमान रहता है साल के अंतिम दो दिन 30 दिसम्बर और 31 दिसम्बर से ही देश के कौने कौने से भक्तो के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। क्योकि हर कोई चाहता है की नए साल कि शुरुआत बाबा महाकाल के दर्शन से हो ऐसे में देश के कौने कौने से आने वाले श्रद्धालु बारह ज्योतिर्लिंगों में से मात्र महाकाल में होने वाली भस्म आरती के लाभ लेने का प्रयास करते है | महाकाल में होने वाली भस्मारती की सीट सिमित होती है। जिसकी बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से की जाती है। चुंकि तीन दिन खास होते है इसलिए मंदिर समिति दिसम्बर माह के पहले सप्ताह से ही ऑनलाइन बुकिंग को बुक होने पर बंद कर देती है। ऑफलाइन बुकिंग खुली होने के कारण लोगो को पहले से ही आना होता है। बुकिंग करवानी होती है ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए पहले आओ और पहले पाओ वाली स्थिति हो जाती है। महाकाल मंदिर प्रशाशक अवधेश शर्मा ने इस बार भी परम्परा अनुसार श्रद्धालुओं को अच्छे दर्शन और सुलभ दर्शन करवाने का बीड़ा उठाया है |