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खुशहार परिवार का मंतर, दो बच्चों में हो तीन साल का अंतर



उज्जैन । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्ही.के. गुप्ता द्वारा जानकारी दी
गई कि परिवार कल्याण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के उद्देश्य
से यह चलाया जा रहा है। छोटा परिवार एक आदर्श परिवार होता है। यदि कम बच्चे हैं तो सही ढंग से
उनकी देखभाल की जा सकती है। कम बच्चे पैदा होने से माँ का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
किसी भी देश या प्रदेश के त्वरित सामाजिक एवं आर्थिक विकास की दृष्टि से तीव्र जनसंख्या वृद्धि
एक चिंता का विषय है। बढ़ती हुई आबादी के लिए प्रतिवर्ष रोटी, मकान, स्वास्थ्य, कपड़ा, शिक्षा इत्यादि
जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करानी पड़ती है। बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण इन सब आवश्यकताओं की
पूर्ति करने के पश्चात सामाजिक और आर्थिक विकास हेतु संसाधान नहीं बचते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि
पृथ्वी पर उपलब्ध संसाधन सीमित मात्रा में हैं, इसलिए त्वरित सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए
जनसंख्या वृद्धि को समिति रखना आवश्यक है।
पुरूष नसबन्दी पर हितग्राही को मिलती है 2 हजार रूपये की राशि
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्हीके गुप्ता ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के
अन्तर्गत्‍ जिला चिकित्सालय तथा सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में एलटीटी, टीटी तथा एनएसवी
ऑपरेशन कैम्प आयोजित किये जाते हैं। इनमें पुरूष नसबन्दी पर हितग्राही को दो हजार रूपये तथा प्रेरक को
300 रूपये राशि दी जाती है। महिला नसबन्दी में ऑपरेशन कराने वाली हितग्राही को 1400 रूपये तथा प्रेरक
को 200 रूपये दिये जाते हैं। प्रसव के बाद महिला नसबन्दी में सात दिवस के अन्दर ऑपरेशन कराने वाली
हितग्राही को 2200 रूपये तथा प्रेरक को 300 रूपये राशि प्रदान की जाती है।

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