178 वस्तुओं पर जीएसटी दर 28 प्रतिशत से घटकर 18 प्रतिशत
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर परिषद (जीएसटी) ने 178 वस्तुओं पर जीएसटी दर घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है। पहले इन वस्तुओं को 28 प्रतिशत के कर दायरे में रखा गया था।
दो दिवसीय लंबी बैठक के बाद वित्त मंत्री ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वस्तु एवं सेवा कर परिषद (जीएसटी) ने 178 वस्तुओं को 28 प्रतिशत के कर दायरे से बाहर कर दिया है और अब इन वस्तुओं को 18 प्रतिशत के कर दायरे में लाया गया है। यह इस महीने की 15 तारीख से लागू होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दो वस्तुओं के कर दायरे को 28 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया है।’’
जेटली ने यह भी कहा कि परिषद 28 प्रतिशत कर दायरे पर ध्यान दे रही है और इस कर दायरे में मौजूद सभी वस्तुओं को कम कर दायरे में लाने के लिए तार्किक रूप से लगातार काम किया जा रहा है।
इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री और जीएसटी से संबंधित तकनीकी समस्याओं से निपटने के लिए बने मंत्रियों के समूह पैनल के प्रमुख सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को बताया कि परिषद ने 28 प्रतिशत के सर्वाधिक कर दर वाले स्लैब में वस्तुओं की संख्या को घटाकर सिर्फ 50 कर दिया है ।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों द्वारा समान्य तौर पर उपभोग (मास कंजम्पशन) की जाने वाली वस्तुएं जिनकी राजस्व महत्ता ज्यादा नहीं है, जैसे चॉकलेट, शेविंग सामग्री, शेंपू, स्कीन क्रीम के कर दायरे को घटा दिया गया है।’’
मोदी ने बताया कि इस निर्णय के बाद राजस्व पर असर 20,000 करोड़ रुपये सालाना होगा।
सुशील मोदी ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि जीएसटी के अंतर्गत प्रणाली को व्यवस्थित किया जाए, क्योंकि मौजूदा वित्तीय वर्ष की समाप्ति में केवल चार महीने बचे हैं।(आईएएनएस)