टीवी बुध्दु बक्शा है, इस पर अंकुश लगाओ-डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट
उज्जैन। टीवी बुध्दु बक्शा है, मेरे घर में 4 टीवी है पर चारों मिलाकर एक घंटे चलती है। अनुशासन बनाना हमारी खुद की जिम्मेदारी है बच्चे या तो स्वयं टीवी न देखें और यदि बच्चे नहीं मानते तो अभिभावक बच्चों के टीवी देखने पर अंकुश लगाये। ज्यादा टीवी देखना बुरी बात है। जिस तरह समय पर उठना और सोना अनुशासन है उसी प्रकार एक दिन में एक घंटे टीवी देखना वह भी या तो डिस्कवरी या न्यूज चैनल।
यह बात खेल एवं युवा कल्याण विभाग व जिला तैराकी संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तैराकी शिविर के बौध्दिक सत्र में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट सुमंत जैन ने कही। आपने कहा कि टीवी के कारण बच्चे प्राकृतिक खेलों से दूर होते जा रहे हैं जिनसे वाकई बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास होता है। फास्ट फूड के चक्कर में बच्चे मोटापे का शिकार हो रहे हैं। बच्चे रोटी जेम और सॉस के साथ नहीं बल्कि सब्जी से खायें। कोल्ड ड्रिंक या अन्य बाजारू उत्पादों की बजाय दूध खूब पियें। हमारा आहार का असंतुलन हमें बीमार कर रहा है। अभी की गलतियां बाद में खलेगी। कैम्प संयोजक कुतुब फातेमी ने बताया कि श्री माधव क्लब स्थित इंद्रप्रकाश भार्गव तरणताल पर चल रहे कैम्प में 200 बच्चे एडवांस स्वीमिंग की कला सीख रहे हैं। एनआईएस कोच हरिश शुक्ला, राष्ट्रीय खिलाड़ी दीपक जोशी बाबा एवं सहयोगी कोच राजेन्द्रसिंह चैहान, अजय राजपूत, सौरभ गुप्ता, बंटी, सलोनी ठाकुर आदि के द्वारा बच्चों को स्वीमिंग सिखाई जा रही है। कैम्प समाप्ति पर बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जाता है। कैम्प के सफल संचालन में श्री माधव क्लब सचिव कैलाश माहेश्वरी, जिला तैराकी संघ के कुतुब फातेमी, विक्रमसिंह पटेल, दिनेश हरभजनका, नृसिंह तैराकी दल के दिलीपसिंह तोमर, गोपाल लड्ढा आदि का पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है।
अनुशासन सफलता की सीढ़ी है
बौध्दिक सत्र में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट सुमंत जैन ने बच्चों से एक सवाल पूछा व्हाट इज डिसिप्लिन, अनुशासन किया है। बच्चों ने अलग-अलग जवाब देते हुए कहा नियमों का पालन करना, नियम नहीं तोड़ना, अनुशासन में रहना, इसी बीच नन्हीं बालिका काव्या झालानी ने हाथ उठाया और उत्तर दिया अनुशासन सफलता की सीढ़ी है, काव्या के इस जवाब पर सभी ने जोरदार तालियां बजाकर उसका उत्साहवर्धन किया। जैन ने बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया और बताया कि हर कार्य का समय निर्धारित करें, सोने का, उठने का, पढ़ने का, व्यायाम का।