नाले पर अतिक्रमण, बारिश में गांव के डूब में आने का खतरा, ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने के लिए कलेक्टर के समक्ष लगाई गुहार
उज्जैन। 80 से 90 फीट नाले पर काॅलोनाईजर ने इतना अतिक्रमण किया कि अब वह 10 से 15 फीट का रह गया है। हालात यह हैं कि बारिश में उफान पर आने पर दाउदखेड़ी गांव सहित अन्य गांव के डूब में आने का खतरा बढ़ गया है। ग्राम दाउदखेड़ी सांवराखेड़ी, जीवनखेड़ी के मुख्य शासकीय नाले को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए दाउदखेड़ी के ग्रामीणजनों ने कलेक्टर के समक्ष गुहार लगाई।
उपसरपंच उदयसिंह पड़िहार के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम दाउदखेड़ी तहसील व जिला उज्जैन के मुख्य मार्ग पर शासकीय नाला गांव के समीप से होकर सांवराखेड़ी, जीवनखेड़ी से गुजरता हुआ क्षिप्रा नदी में मिलता है जो कि लगभग 20 किलोमीटर की दूरी से आ रहा है। जिसमें चिंतामण जवासिया, चांदमुख, सिकंदरी, पालखेड़ी, ब्रजराजखेड़ी, हासामपुरा, गोंदिया, सांवराखेड़ी, दाउदखेड़ी आदि अनेकों गांव का पानी वर्षाकाल में इसी शासकीय नाला सर्वे क्रमांक 56 से होकर क्षिप्रा नदी में मिलता है। गांव के आगे इनर रिंग रोड़ के मुख्य रोड़ पर नवनिर्मित तिरूपति ड्रीम्स काॅलोनी जो सर्वे क्रमांक 50/14-15-17-18, 50/20, 59/1/1, 59/1/2, 59/1/3, 59/3/1, 59/3/3, 59/3/3, 59/3/4, 59/4 और 59/4 आदि पर निर्मित किया जा रहा है। काॅलोनाईजर ने शासकीय नाले की दिशा बदलते हुए पत्थरों की उंची-उंची दीवार बनाकर संकड़ा कर दिया है। 80-90 फीट चैड़े नाले को काॅलोनाईजर ने दीवार बनाकर इतना छोटा कर दिया कि अ बवह 10-15 फीट चैड़ा रह गया है। बारिश में जल निकासी बाधित होगी जिससे दाउदखेड़ी गांव जलमग्न होकर डूब जाएगा। जन-धन, आवास और पशु हानि होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। उपसरपंच उदयसिंह पड़िहार के साथ गांव के दौलत चैधरी, मांगूसिंह, गजराजसिंह, कालूराम, रामसिंह, शंकर, चरणदास, राजेश, मुकेश, मल्खानसिंह, शंकर पटेल, वीरेन्द्र सोलंकी, मेहरबान, दयाराम, महेन्द्र, राहुल, लाखन, प्रेमसिंह, अम्बाराम चैहान ने कलेक्टर को शिकायत कर मांग की कि शासकीय नाला सर्वे नंबर 56 को अतिक्रमण मुक्त करें ताकि बारिश में पानी सुलभ तरीके से सही दिशा में बहे और दाउदखेड़ी गांव डूब में आने से बच सके।
एक महीने पहले भी की थी शिकायत
20 मई को दाउदखेड़ी में ग्राम उदय से भारत उदय तक अभियान को लेकर हुई ग्राम सभा में प्रस्ताव क्रमांक 6 में ग्राम दाउदखेड़ी सांवराखेड़ी के मध्य तिरूपति काॅलोनी द्वारा नाले पर अवैध अतिक्रमण हटाने पर विचार हुआ था जिसमें ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण हटाने का आवेदन प्राप्त होने पर इसे पूर्ण सहमति से अनुमोदन हेतु रखा गया। इस संबंध में 20 मई को ही उपसरपंच पड़िहार तथा सहायक सचिव द्वारा पत्र जारी कर कलेक्टर को शिकायत की थी लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।