स्वास्थ्य विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक में संभागायुक्त ने दिये निर्देश
उज्जैन । संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने आज गुरूवार को उज्जैन संभाग के सभी जिलों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक अपने कार्यालय में ली। बैठक में उन्होंने निर्देश दिये कि संभाग में महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाए। महिलाओं के स्वास्थ्य शिविर निरन्तर आयोजित हों तथा उन्हें अच्छे से अच्छा इलाज उपलब्ध करवाया जाए। यदि शिविरों में महिलाओं की संख्या कम हो तो शिविर पुन: आयोजित किये जाएं। बैठक में संयुक्त संचालक स्वास्थ्य, संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा सहित संभाग के सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे।
पोषण पुनर्वास केन्द्रों का समुचित संचालन हो
संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि अतिकुपोषित बच्चों के इलाज के लिये पोषण पुनर्वास केन्द्र चलाए जा रहे हैं, जिनमें उन्हें अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, परन्तु यह देखने में आ रहा है कि कई केन्द्रों में उनकी क्षमता से काफी कम बच्चे भर्ती किये जाते हैं। यह स्थिति ठीक नहीं है, कुपोषित बच्चों को इन केन्द्रों में रखा जाए तथा उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए। इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग संयुक्त रूप से कार्रवाई करें।
योजनाओं की मॉनीटरिंग होती रहे
संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना, दस्तक अभियान सहित सभी स्वास्थ्य योजनाओं की निरन्तर मॉनीटरिंग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सुनिश्चित करें। बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण हो। संभाग में टीकाकरण की स्थिति के विषय में संयुक्त संचालक स्वास्थ्य ने बताया कि उज्जैन जिले को छोड़कर शेष सभी जिलों में स्थिति काफी अच्छी है। आगर के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में 58 स्थानों पर महिला स्वास्थ्य शिविरों का पुन: आयोजन किया गया है।
हाथोंहाथ हों बीमारी सहायता के प्रकरण स्वीकृत
संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री बीमारी सहायता योजना के प्रकरण हाथोंहाथ स्वीकृत होने चाहिए, जिससे बीमार व्यक्ति को तुरन्त इलाज मिल सके। ऐसा न हो कि विलम्ब होने पर बीमार व्यक्ति को नुकसान हो। यदि ऐसा होता है तो सम्बन्धित जिम्मेदारी से नहीं बच सकेंगे। अस्पतालों में बीमार व्यक्ति के पहुंचते ही उसका तुरन्त इलाज हो। इलाज में विलम्ब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मरीजों से करें अच्छा व्यवहार
संभागायुक्त ने कहा कि जब कोई मरीज अस्पताल में जाता है तो वह तथा उसके परिजन तनाव की स्थिति में होते हैं। ऐसे में उनके साथ स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मचारियों का व्यवहार बहुत अच्छा होना चाहिए। उन्हें तुरन्त इलाज उपलब्ध करवाया जाना चाहिए तथा आवश्यक समझाइश दी जानी चाहिए।
बरसात से पहले दवाइयां पहुंचायें
संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि संभाग के सभी सुदूर ग्रामों में बरसात से पूर्व आवश्यक दवाइयां पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। ऐसा न हो कि बरसात में कोई स्थान पानी से घिर जाए तथा वहां दवाएं मरीजों को न मिल पाएं। संभागायुक्त ने संभाग के आदिवासी विकास खण्डों सैलाना एवं बाजना में भी सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए। बरसात के दौरान मलेरिया रोग काफी फैलता है अत: इसके लिए पूर्व से ही सारे रोकथाम एवं इलाज के उपाय कर लिये जाएं। फोटो केप्शन- स्वास्थ्य विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक में संभागायुक्त श्री एमबी ओझा।