हेपेटाइटिस दिवस आज
उज्जैन । 19 मई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर जन-जागृति के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि हेपेटाइटिस के बहुत सारे प्रकारों में से एक है ‘हेपेटाइटिस बी’। आज की स्थिति में देश में पीलिया से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या एड्स से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या से भी ज्यादा है।
पीलिया का वायरस एड्स के वायरस से सौ गुना खतरनाक है। देश में लगभग 80 प्रतिश लीवर कैंसर का कारण पीलिया ही है। पीलिया के लक्षणों में आंख के अन्दर का सफेद हिस्सा पीला होना, पेशाब पीला होना, भूख न लगना एवं जी मचलाना है। कई बार पीलिया से पीड़ित व्यक्ति में कोई भी लक्षण नहीं पाये जाते हैं, इसलिये पीलिया का वाहक स्वस्थ दिखते हुए भी इस संक्रमित रोग को फैला सकता है। समय पर उपचार लेकर पीलिया को ठीक किया जा सकता है। पीलिया हो जाने के बाद दो से तीन महीना व्यक्ति को आराम करना चाहिये। इस बीमारी से बचने का एकमात्र सफल उपाय टीकाकरण है। बच्चों के जन्म के साथ ही आवश्यक टीका लगवाना चाहिये। हेपेटाइटिस से बचाव के लिये सभी उम्र के लोग टीका लगवा सकते हैं।