15 जून से दस्तक अभियान शुरू होगा
उज्जैन | पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख रूप से होने वाली बीमारियों को सामुदायिक स्तर पर पहचान कर तुरन्त उसका प्रबंधन करने के लिये दस्तक अभियान 15 जून से प्रारम्भ किया जायेगा। इस अभियान का उद्देश्य बाल मृत्यु दर में कमी लाना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्हीके गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दस्तक अभियान के दौरान पांच वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनको रैफर किया जायेगा। छह माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों में गंभीर एनीमिया का पता लगाया जायेगा। सभी बच्चों को विटामिन ‘ए’ का घोल प्रदान किया जायेगा तथा पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में निमोनिया की पहचान की जायेगी। बच्चों में दस्त रोग के नियंत्रण हेतु ओआरएस के सम्बन्ध में समुदाय को जागरूक किया जायेगा एवं गृह भेंट के दौरान चिन्हित घरों में ओआरएस के पैकेट प्रदान किये जायेंगे। पांच वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदाय करने हेतु परिजनों को उचित मार्गदर्शन प्रदान किया जायेगा। पोषण पुनर्वास केन्द्र से डिस्चार्ज हो चुके बच्चों का फॉलोअप किया जायेगा। साथ ही बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों की पहचान कर उनका उपचार किया जायेगा।