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दुनिया की सबसे ज्यादा वजनी महिला इमाम अहमद के इलाज में लगी चीफ डॉ. अर्पणा गोविल ने आहत हो इमाम के केस से हुई अलग


मुंबई. सैफी हॉस्पिटल की डॉक्टर अपर्णा गोविल भास्कर ने दुनिया की सबसे ज्यादा वजनी महिला इमाम अहमद के इलाज से खुद को दूर कर लिया है। इमाम अहमद की बहन सायमा सेलिम के आरोपों से दुखी होकर महिला डॉक्टर ने ये बड़ा कदम उठाया है। इस मामले से व्यथित डॉक्टर ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बताया कि वे अपने बेटे को कभी डॉक्टर नहीं बनने देंगीं। दरसअल, इमाम की बहन सायमा सेलिम ने अपने आरोपों में कहा था कि डॉक्टर्स ने इमान की हेल्थ और उसके ठीक होने के बारे में सही जानकारी नहीं दी, जिससे मेरी बहन की हालत नाजुक हो गई है।

- इसके जवाब में सैफी हॉस्पिटल के बैरियाट्रिक सर्जरी सेक्शन की चीफ डॉक्टर अपर्णा ने अपने फेसबुक वॉल पर एक लंबा पोस्ट लिखा है।
- FB पर अपने त्यागपत्र की जानकारी देने के साथ ही डॉक्टर अपर्णा ने लिखा है कि मैं प्रॉमिस करती हूं कि, जब मेरा 3 साल का बेटा बड़ा हो जाएगा तो मैं उसे कभी मेडिकल में कॅरिअर नहीं बनाने दूंगी। मैं बहुत ही दुख के साथ लिखती हूं कि मेडिकल पेशा एक थैंकलेस जॉब है।

जूनून से कर रहे थे इमाम का इलाज
- महिला डॉक्टर ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि हम दिल और आत्मा से इमाम की केयर कर रहे थे। डॉक्टर्स, नर्सेस और फिजियोथेरेपिस्ट की टीम उसके लिए समर्पित थी।
- हम केवल इमाम का इलाज नहीं कर रहे थे, बल्कि उसके प्यार में डूब गए थे। वह हमारे लिए जुनून बन गई थी। यहां तक कि मेरा 3 साल का बेटा भी इसलिए शांत बना रहता था कि उसकी मां इमाम आंटी की देखभाल करती हैं।

गुस्सा और निराशा
- डॉक्टर अपर्णा ने आगे लिखा कि, 'मुझे लगता है कि डॉक्टर का पेशा आपको नरम और दयालु बनाता है, लेकिन आज मैं गुस्सा और गहरी निराशा में हूं। दुर्भाग्यवश डॉक्टर्स के साथ खराब बर्ताव करने के मामले में इमाम का केस एक उदाहरण है।
- इस उदाहरण से मरीजों को भी सीखना चाहिए कि कैसे एक हॉस्पिटल के सिस्टम आपके लिए उपलब्धियां दे सकता है।
- यह युवा डॉक्टरों के लिए एक उदाहरण होगा कि उन्हें कभी भी किसी की मदद करने और जीवन को बचाने के लिए अपने रास्ते से बाहर नहीं जाना चाहिए, क्योंकि यह बुरी तरह से उलटा पड़ सकता है।
- यह एक उदाहरण है जो साबित करता है कि डॉक्टरों को सुरक्षित और रक्षात्मक खेलना चाहिए और कभी भी चुनौतियां नहीं लेना चाहिए।

शारीरिक चोट देने से ज्यादा बदतर
- मुंबई के सैफी हॉस्पिटल की डॉक्टर अपर्णा के मुताबिक, पिछले 25 सालों में इमाम की हेल्थ मे सबसे ज्यादा सुधार आया है। इसके बावजूद उनकी बहन ने जो किया है, वो शारीरिक चोट देने से भी ज्यादा बदतर है। हमें कुछ भी साबित करने की कोई जरूरत नहीं है। सच को सभी लोग देख रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि, मैं डॉक्टर्स को परेशान करने के किसी भी प्रकार के तरीकों के खिलाफ हूं।
- मेरा मानना है कि यदि कोई मरीज या उसके परिवार को उसके डॉक्टर या अस्पताल में विश्वास नहीं है तो उन्हें वैकल्पिक विकल्प तलाशना चाहिए।

इमान की बहन के आरोप
- दरअसल, 500 किलो की इमान मुंबई के सैफी हॉस्पिटल में इलाज करा रही हैं।
- इमान अहमद अब्दुलाती की बहन ने डॉक्टर्स पर आरोप लगाया कि , "डॉ. मुफज्जल लकड़ावाला झूठे हैं, वो हमें बेवकूफ बना रहे हैं।
-उन्होंने इमान की हेल्थ और उसके ठीक होने के बारे में सही जानकारी नहीं दी, मेरी बहन की हालत नाजुक है, उसमें कोई बदलाव नहीं आया है।"
-हालांकि डॉ. लकड़ावाला ने आरोप को खारिज किया है। इमान का इलाज लकड़ावाला की देखरेख में ही हो रहा है।

- न्यूज एजेंसी के मुताबिक डॉ. लकड़ावाला ने सायमा के आरोपों को गलत बताया है। 
- लकड़ावाला ने कहा, "इमान ठीक हैं और उनकी हालत लगातार बेहतर हो रही है, अब उनकी न्यूरोलॉजिकल कंडीशन का पता लगाने के लिए CT स्कैन किया जाएगा। सायमा ये विवाद इसलिए खड़ा कर रही हैं, क्योंकि वे फाइनेंशियल वजहों से अपनी बहन को मिस्त्र वापस नहीं ले जाना चाहती हैं।"

- "दरअसल, इमान का इलाज शुरू होने के 15 दिनों बाद तक सब कुछ ठीक था, लेकिन जब इमान ठीक होने लगी और हमने सायमा को अपनी बहन को घर ले जाने की सलाह दी तो वे ड्रामा करने लगीं।
- हम इमान को वार्ड से CT स्कैन रूम तक जब ले जाएंगे तो उस दौरान कोई भी उनमें आए बदलाव को देख सकता है और इससे सायमा के दावों की सच्चाई भी पता लगाई जा सकती है।"

327 किलो वजन कम हुआ
- मिस्त्र की रहने वाली 36 साल की इमान का 2 महीने में ही 327 किलो वजन कम हो गया है। वे अब 173 किलो की हो चुकी हैं। सोमवार को सैफी हॉस्पिटल की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई।
-ओबेसिटी (Obesity) सर्जन डॉ. लकड़ावाला कहते हैं, "इमान चमत्कारिक रूप से ठीक हो रही हैं क्योंकि हमें 6 महीने में करीब 200 किलो वजन ही घटने की उम्मीद थी।
- वजन घटने से उनकी हालत में अपने आप सुधार हो रहा है। उनका हार्ट, किडनी और लंग्स बेहतर काम कर रहे हैं। उनका वाटर लेवल भी अंडर कंट्रोल है।"

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