स्नैपचेट की सीईओ ने भारत को कहा ‘गरीब देश’, भारतीय हैकरों ने लीक कर दिया यूजर डाटा
कुछ भारतीय हैकर्स ने दावा किया है कि उन्होंने 17 लाख स्नैपचैट यूजर्स के डाटाबेस को लीक कर दिया गया है। इसे पिछले साल हैक किया गया था। बताया जा रहा है कि भारतीय हैकर्स ने यह कदम स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल की विवादास्पद टिप्पणी के बाद आया है।
उन्होंने कहा था कि भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों में उनकी कंपनी के विस्तार करने की कोई योजना नहीं है। भारतीय हैकर्स के मुताबिक, उन्हें पिछले साल स्नैपचैट डेटाबेस को हैक कर लिया था और उन्होंने अब 17 लाख यूजर के डेटा को लीक कर दिया है।
हैकर्स ने इस डेटा को डार्कनेट पर लीक किया, ताकि वे भारत के खिलाफ की गई कंपनी की टिप्पणी का विरोध कर अपना असंतोष जाहिर कर सकें। भारतीय हैकर्स को दुनियाभर में बड़ी आईटी कंपनियां अपने सिस्टम में बग ढूंढने के लिए कहती हैं, ताकि यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। हैकर्स ने कहा कि उन्हें पिछले साल ही स्नैपचैट में बग मिला था।
मगर, एप का डेटा कभी लीक नहीं किया गया। हालांकि, स्नैपचैट के सीईओ के "अहंकार" ने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया। हैकर्स ने यह भी धमकी दी है कि यदि स्नैपचैट के सीईओ ने मांफी नहीं मांगी, तो उसके वर्चुअल वर्ल्ड में हमले होते रहेंगे।
हालांकि, स्नैपचैन ने किसी भी किस्म के डाटा लीक की बात से इंकार किया है। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया में भी कंपनी की खिंचाई की जा रही है। कई लोगों ने एप स्टोर में जाकर कंपनी की रेटिंग को 5 से कम करके 1 कर दिया है।
मगर, इसका खामियाजा भारतीय कंपनी स्नैपडील को भी भुगतना पड़ा है। दरअसल, कुछ लोगों ने गलती से स्नैपचैट को स्नैपडील समझ लिया और उन्होंने अपने मोबाइल से स्नैपडील के एप को हटाना शुरू कर दिया। मामले का पता तब चला, जब लोगों ने स्नैपडील अनस्टॉल करने के स्क्रीनशॉट ट्विटर पर पोस्ट करना शुरू किए।
इस बीच, स्नैपडील के सह-संस्थापक और सीईओ कुणाल बहल ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि यही आखिरी चीज बची थी, जिसके बारे में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे यह भी करना होगा। कुणाल ने कहा कि रेटिंग्स को बैलेंस करने का का समय है। स्नैपचैट के सीईओ ने गलत बातें कहीं हैं, लेकिन इसका खामियाजा स्नैपडील को भुगतना पड़ रहा है। कृपया अपनी रेटिंग्स बदल दें।