भीड़ से घिरे मतदान केंद्र पर सुरक्षा के मद्देनजर सेना ने उठाया ऐसा कदम !
श्रीनगर: सेना ने पत्थरबाज़ को जीप से बांधने से जुड़े मामले में कहा कि उन्होंने ऐसा पथराव से बचने के लिए किया था. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सेना ने रविवार को कहा, 'पथराव से बचने के लिए पत्थरबाज़ को जीप से बांधी.' ऐसी उम्मीद की जा रही है कि सेना इस मामले में आज कभी भी आधिकारिक बयान जारी कर सकती है.
सेना ने कहा कि किसी नुकसान से बचने के लिए पत्थरबाज़ को जीप से बांधा था. सेना के मुताबिक 500 लोगों ने वीरवाह मतदान केंद्र को घेर लिया था और ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाना पड़ा था.
सूत्रों के अनुसार, 'अगर उस व्यक्ति को ढाल की तरह इस्तेमाल नहीं किया जाता तो करीब 500 लोगों की भीड़ मतदान केंद्र के अधिकारियों पर हमला कर देती. यह वीडियो उस वक्त बनाया गया जब चुनाव अधिकारियों का एक समूह मतदान केंद्र से बच निकलने की कोशिश कर रहा था और इसी दौरान पत्थरबाजों ने उनपर बत्थर बरसाना शुरू कर दिया. ऐसे में उनकी मदद के लिए सेना के एक दल को मदद के लिए बुलाया गया लेकिन तब तक भीड़ काफी बढ़ चुकी थी जिसे संभालना 15 जवानों के लिए नाकाफी था.'
सूत्र के मुताबिक, 'ऐसे में उस समय गोली चलने भीड़ का गुस्सा सेना पर फूट पड़ता. इसलिए खुद को बचाने के लिए कंपनी के कमांडर ने एक प्रदर्शनकारी को पकड़ा और उसे जीप से बांध दिया. इसके बाद सेना और चुनाव अधिकारी सुरक्षित तरीके से उस इलाके से बाहर निकल गए और बाद में अपने साथ लाए गए प्रदर्शनकारी को पुलिस के हवाले कर दिया.'
युवकों की पिटाई करते जवानों के वीडियो सामने आए, सेना ने कहा सत्यता का पता लगाकर कार्रवाई करेंगे
सेना ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए उन दो वीडियो की सच्चाई का पता लगाने और उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था जिनमें सेना के जवान युवकों की पिटाई करते और उन्हें पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने को मजबूर करते दिख रहे हैं।
शुक्रवार (14 अप्रैल) को सोशल मीडिया पर एक अन्य वीडियो वायरल हुआ था जिसमें पथराव करने वालों को काबू में रखने के लिए सेना के जवानों ने एक युवक को जीप के आगे बांध दिया था और उसे बडगाम जिले के कई गांवों में घुमाया गया था।
शनिवार (15 अप्रैल) सामने आए वीडियो में से एक में सेना के चार जवान पुलवामा डिग्री कॉलेज के एक छात्र को कथित तौर पर जमीन पर गिराकर बेंत से उसकी पिटाई करते दिख रहे हैं।
दूसरे वीडियो में तीन युवक सेना की हिरासत में सेना के एक वाहन में दिख रहे हैं और एक जवान उन्हें पाकिस्तान को कोसने और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाने को मजबूर करता नजर आ रहा है।
वीडियो में जवान युवकों को थप्पड़ मारने और डंडे से उनकी पिटाई करने से पहले पूछता है, ‘आजादी चाहिए तुमको।’ सेना के वाहन में बैठे युवकों में से एक के माथे से खून बहता दिख रहा है।
ये वीडियो किसने बनाए हैं यह पता नहीं चला है लेकिन सोशल मीडिया पर ये खूब चल रहे हैं और कश्मीर के इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोग इनकी निंदा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य पुलिस से इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। सेना ने भी मामले की आतंरिक जांच शुरू कर दी थी।