जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठ के कोशिश करते चार आतंकियों को सेना ने किया ढे़र
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में सोमवार को सिक्युरिटी फोर्सेस ने घुसपैठ की कोशिश करते 4 आतंकियों को मार गिराया है। सोमवार तड़के बॉर्डर पार हलचल देखी गई थी। इसके बाद अंधेरे में ही ऑपरेशन शुरू किया गया। इससे पहले 28 मार्च को बड़गाम के चदूरा में एनकाउंटर के दौरान एक आतंकी मारा गया था।
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक डिफेंस स्पोक्सपर्सन ने बताया, आतंकियों के एक गुट ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर स्थित केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की लेकिन इसे नाकाम कर दिया गया।
- "दोनों तरफ से गोलीबारी हुई, जिसमें फोर्सेस ने 4 आतंकियों को मार गिराया। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।"
स्थानीय लोगों ने किया था पथराव
- एक पुलिस अफसर के मुताबिक, "सिक्युरिटी फोर्सेस ने चदूरा के पास ऑपरेशन कर रही थी। उन्होंने इलाके को घेरा हुआ था। उन्हें वहां आतंकी के होने की सूचना मिली थी।"
- "अचानक से आतंकी की तरफ से गोलीबारी होने लगी। फोर्सेस ने भी जवाबी कार्रवाई की।"
- "फायरिंग के दौरान बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारी वहां आ गए। उन्होंने फोर्सेस पर पत्थर चलाना शुरू कर दिए।"
- बड़गाम एनकाउंटर पर सीआरपीएफ के डीआईजी संजय कुमार ने कहा कि ऑपरेशन बेहद मुश्किल था। हमें दो मोर्चों पर जूझना पड़ा। पहला- आतंकी, दूसरा- लोकल लोग।
- "ऑपरेशन के दौरान कुछ लोगों ने हमारे लिए मुश्किलें पैदा कर दीं। हमारे खिलाफ नारेबाजी की गई, बुरे शब्द कहे गए, हम पर पत्थर फेंके गए। इसमें हमारे जवान घायल हो गए। सीआरपीएफ के 40 जवान घायल हुए, जबकि पुलिस के भी 20 जवान घायल हुए।"
जवानों के साथ झड़प में तीन लड़कों की मौत
- फोर्सेस पर पथराव कर रही भीड़ में कई यूथ भी शामिल थे।
- हालात को संभालने के लिए फोर्स को फायरिंग करनी पड़ी। जाहिद रशीद, कैसर और इश्फाक अहमद वानी की मौत हो गई।
- जाहिद रशीद को गले में बुलेट लगी थी। वहीं, कैसर गनई भी पैलेट गन से जख्मी हुआ था। बाद में हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गई। इस दौरान बड़गाम इलाके में बाजार बंद रहा।
आर्मी चीफ ने दी थी वॉर्निंग, इसके बावजूद जारी है पथराव
- आर्मी चीफ बिपिन रावत ने फरवरी में कहा था कि एनकाउंटर के दौरान मिलिट्री ऑपरेशन में अड़ंगा डालने वाले आतंकियों के हमदर्द हैं और उन्हें उसी तरह से ट्रीट किया जाएगा। एनकाउंटर के दौरान बाधा पहुंचाने वालों पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
- उन्होंने कहा था कि अगर लोग ISIS और पाकिस्तान के झंडे दिखाकर आतंकवाद का ही साथ देंगे, तो हम उन्हें बख्शेंगे नहीं। ऐसे लोगों को एंटी-नेशनल माना जाएगा और उसी तरह ट्रीट किया जाएगा।