वरिष्ठ नागरिकों को 5 हजार से अधिक सहायक उपकरण वितरित, वयोश्री समारोह एवं जिला स्तरीय अन्त्योदय मेला सम्पन्न
उज्जैन । सम्पन्न होने के बाद भी लोग अपने बुजुर्गों का ख्याल नहीं रखते हैं तो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बुजुर्गों की मुसीबतों के बारे में सहज रूप से आंकलन किया जा सकता है। केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बुजुर्गों के कल्याण के लिये योजना बनाकर क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय वयोश्री योजना के तहत 60 वर्ष से ऊपर की आयु वाले बुजुर्गों को सहायक उपकरण, जिनमें बत्तीसी, चश्मे, वॉकर, वॉकिंग स्टक, श्रवण यंत्र आदि का वितरण किया गया है।
राष्ट्रीय वयोश्री योजना के प्रथम चरण में भारत के 266 जिलों में यह सुविधा प्रदान की जा रही है। मध्य प्रदेश से उज्जैन जिले को इस योजना में शामिल किया गया है, यह प्रसन्नता की बात है। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचन्द गेहलोत ने यह बात आज राष्ट्रीय वयोश्री योजना के शुभारम्भ एवं जिला स्तरीय अन्त्योदय मेले के आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कही। इसके पूर्व अतिथियों द्वारा विभिन्न योजना अन्तर्गत लगभग 204 करोड़ रूपये की लागत के 33 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया व दीप प्रज्वलन कर जिला स्तरीय अन्त्योदय मेले का शुभारम्भ किया।
राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अन्तर्गत वरिष्ठ नागरिक सहायक उपकरण वितरण समारोह में सम्बोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान गरीब कल्याण के लिये कोई भी कसर नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने प्रदेश में जारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ऊर्जा विभाग द्वारा ‘समाधान योजना’ पुन: प्रारम्भ कर दी गई है तथा इस माह के अन्त तक जारी रहेगी। बीपीएल कार्डधारी व्यक्तियों के 50 प्रतिशत तक बिजली के बिल माफ किये जायेंगे। इसी तरह मध्य प्रदेश में पांच हॉर्सपावर पर 90 प्रतिशत एवं तीन हॉर्सपावर पर 85 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। राज्य सरकार केन्द्र की योजनाओं को बेहतरी से क्रियान्वयन करते हुए धरातल तक पहुंचा रही है।
सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने जनकल्याण करने के नये आयाम स्थापित किये हैं। जहां-जहां सेवा की आवश्यकता पड़ी वहां-वहां सरकार पहुंची है। हमारी सरकार काम करने वाली सरकार है। देश में वर्तमान में 10 करोड़ 50 लाख वृद्धजन हैं। इन सभी की सेवा के लिये कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सांसद ने वृद्धजनों को दी जाने वाली सेवाओं के लिये पंजीयन की प्रक्रिया को सरल करने की मांग करते हुए सिंगल विंडो व्यवस्था शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार लोगों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। केन्द्र सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत मुफ्त में गैस कनेक्शन तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत बेघरों को घर दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने भी मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना के अन्तर्गत न्यूनतम प्रतिशत 85 से घटाकर 75 कर दिया है। प्रदेश के किसानों की आय को दोगुना करने के लिये राज्य सरकार निरन्तर कार्यरत है। विधायक श्री दिलीपसिंह शेखावत ने कहा कि केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री गेहलोत ने विभाग को संभालने के बाद दिव्यांगों के लिये अभूतपूर्व कार्य किये हैं। एक ऐसे विभाग को सक्रिय किया है, जो वर्षों से निष्क्रिय पड़ा था। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिये बधाई दी। विधायक श्री सतीश मालवीय ने कहा कि आज के कार्यक्रम में दो हजार से अधिक वृद्धजन लाभ ले रहे हैं, इसका सम्पूर्ण श्रेय केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री श्री गेहलोत को जाता है। उनके द्वारा नि:शक्तजनों एवं बुजुर्गों के लिये नित-नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। विधायक श्री अनिल फिरोजिया ने इस अवसर पर कहा कि सम्पूर्ण देश में सामाजिक न्याय विभाग द्वारा अभिनव काम किये जा रहे हैं। उन्होंने सामाजिक न्याय मंत्री का तराना विधानसभा क्षेत्र के लिये 132 करोड़ रूपये की सड़क स्वीकृत कराने के लिये आभार व्यक्त किया। विधायक डॉ.मोहन यादव ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री थावरचन्द गेहलोत ने शासन के माध्यम से अनूठा प्रयोग करते हुए दिव्यांगों के लिये अनेक योजनाएं संचालित की हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह सौगातों का सिलसिला निरन्तर चलता रहना चाहिये।
महापौर श्रीमती मीना जोनवाल ने कहा कि बुजुर्गों की परेशानी को देखते हुए उनका जीवन सरल और सुगम होना चाहिये। बुजुर्गों के लिये प्रदेश सरकार द्वारा भी अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इस दिशा में केन्द्रीय सामाजिक न्याय विभाग द्वारा राष्ट्रीय वयोश्री योजना का क्रियान्वयन एक नई पहल है। उन्होंने बताया कि संभाग में सबसे पहला आनन्दधाम उज्जैन नगर पालिक निगम द्वारा प्रारम्भ किया गया है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एसएस रावत ने स्वागत भाषण दिया।
एलिम्को के महाप्रबंधक कर्नल पीके दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय वयोश्री योजना का कार्यक्रम आन्ध्र प्रदेश के नेल्लोर एवं मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से प्रारम्भ किया गया है। आन्ध्र प्रदेश के नेल्लोर में 1845 हितग्राहियों को तथा उज्जैन जिले के 2145 बुजुर्गों को विभिन्न सहायक उपकरणों से लाभान्वित किया गया है। एलिम्को द्वारा अब तक 86 लाख दिव्यांगों को कृत्रिम अंग बनाकर प्रदान किये गये हैं।
कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों द्वारा हितग्राहियों को मंच से प्रतीकात्मक रूप से सहायक उपकरण वितरित किये गये। इसमें रतनबाई व मनीबाई को व्हील चेयर, चिन्तामणि व रमाबाई को हियरिंग एड्स, मोहनसिंह व भुवन को वॉकिंग स्टीक, बालाराम व गुड्डूबाई को वॉकर, गुलाबीबाई व अंबाराम को ट्रायपॉट, अंबाराम को टेट्रापॉट, राजूबाई बालाराम को चश्मा तथा कनीराम को बत्तीसी भेंट की गई। इस अवसर पर राज्य योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन, उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री किशनसिंह भटोल, श्री श्याम बंसल, श्री इकबालसिंह गांधी, श्री अशोक प्रजापत, एलिम्को के श्री वेंकटेश्वरलु, आनन्द कटोज मौजूद थे। आभार डिप्टी कलेक्टर श्रीमती शैली कनास द्वारा प्रकट किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.संदीप नाडकर्णी ने किया।
जिला स्तरीय अन्त्योदय मेले में 457 हितग्राही लाभान्वित
पोलिटेक्निक कॉलेज ग्राउण्ड में आयोजित जिला स्तरीय अन्त्योदय मेले में हितग्राही मूलक योजनाओं के अंतर्गत 457 हितग्राहियों को लाभांवित किया गया जिसकी कुल राशि 3 करोड़ 21 लाख 97 हज़ार 200 थी। इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 223 हितग्राहियों को 3 करोड़ 1 लाख 5 हज़ार रूपपे की राशि से लाभान्वित किया गया। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 200 हितग्राहियों को 20 लाख 82 हजार रुपए की राशि से लाभान्वित किया गया। पेंशन योजनाओं के अंतर्गत 34 हितग्राहियों को 10200 का लाभ वितरित किया गया।
57 सामुदायिक कार्य स्वीकृत
कार्यक्रम में कुल 57 सामुदायिक कार्य स्वीकृत किए गए जिनकी राशि 01 करोड़ 91 लाख 50 हजार रुपए थी। इसके अंतर्गत सांसद निधि से 12 कार्य राशि 23 लाख 50 हजार, विधायक निधि से 11 कार्य राशि 1 करोड़ 31लाख तथा परफॉर्मेस ग्रांट से 34 कार्य राशि 37 लाख 50 हजार रुपए स्वीकृत किए गए।
दिव्यांगों को 5307 उपकरण वितरण
कार्यक्रम में दिव्यांगों को 5307 सहायक उपकरण वितरित किए गए। इसके अंतर्गत 2480 श्रवण यंत्र, 228 बत्तीसी, 115 व्हीलचेयर 70 वॉकर, 32 वैशाखी, 18 एल्बो क्रच, 1364 छड़ी, 853 चश्मे, 116 ट्राई पॉड तथा 31 ट्रैट्रापोड वितरित किए गए।
2 अरब 4 करोड़ 83 लाख 45 हज़ार के कार्यों का शिलान्यास/लोकार्पण
कार्यक्रम में 2 अरब 4 करोड़ 83 लाख 45 हज़ार के कार्यों का शिलान्यास/लोकार्पण किया गया। इसके अंतर्गत 30 करोड़ 99 लाख 16 हज़ार रुपए के 19 कार्यों का लोकार्पण तथा 173 करोड़ 84 लाख 29 हज़ार रूप के 14 कार्यों का शिलान्यास किया गया।
लोकार्पण
कायथा में 95 लाख रूपये की लागत से बने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का, ग्राम कनासिया पहुंच मार्ग 72 लाख 40 हजार रूपये, तराना नगर से मालीपुरा तराना बाजार 51 लाख 48 हजार का लोकार्पण किया गया। इसी तरह ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के 01 करोड़ 55 लाख की लागत के 13 कार्य व उद्यानिकी विभाग के चन्दूखेड़ी करोंदिया, पिपल्याराघौ, तराना एवं सोडंग में 19 करोड़ 44 लाख रूपये की लागत के कोल्ड स्टोरेज का लोकार्पण किया गया।
शिलान्यास
सिविल हॉस्पिटल बड़नगर में 4 करोड़ 27 लाख की लागत के ‘एफ’ टाइप क्वाटर, सौ बिस्तरीय 11 करोड़ 50 लाख की लागत के सिविल हॉस्पिटल, लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित किये जा रहे संभागीय मुख्यालय पर प्रशासनिक संकुल भवन जिसकी लागत 27 करोड़ 16 लाख रूपये है, झारड़ा उप संभागीय महिदपुर मस्जिद चौराहे से बसस्टेण्ड तक सीमेन्ट-कांक्रीट कार्य लागत 91 लाख 24 हजार, इन्दौख चौपाटी से हॉस्पिटल चौराहा झारडा तक सीमेन्ट-कांक्रीट कार्य लागत 87 लाख 56 हजार रूपये, तराना बसस्टेण्ड से नयापुरा मार्ग में सीमेन्ट-कांक्रीट कार्य लागत 97 लाख 27 हजार, लक्ष्मीपुरा बघेरा से सुमराखेड़ा रेलवे स्टेशन मार्ग का सीमेन्ट-कांक्रीट कार्य लागत 73 लाख 5 हजार, कनासिया पहुंच मार्ग सीमेन्ट-कांक्रीट कार्य लागत 81 लाख 22 हजार, नगर निगम उज्जैन में हरियाखेड़ी से सीमेन्ट-कांक्रीट मार्ग लागत 50 लाख, पंच परमेश्वर अन्तर्गत कुल 961 कार्य लागत 120 करोड़ रूपये, आंगनवाड़ी भवन बाउंड्री वाल निर्माण एवं ओटला निर्माण कुल 22 कार्य लागत 01 करोड़ 71 लाख, पंचायत भवन कुल 03 कार्य लागत 38 लाख्ा 55 हजार, उक्त सभी कार्यों का शिलान्यास अतिथियों द्वारा जिला स्तरीय अन्त्योदय मेले में किया गया।