भाजपा सरकार द्वारा बिजली दरों में की गई बेतहाशा वृध्दि का विरोध, विद्युत मंडल कार्यालय के सामने कांग्रेसियों ने दिया धरना-मांगे नहीं मानी तो होगा उग्र आंदोलन
उज्जैन। शिवराज सरकार द्वारा बिजली दरों में की गई अप्रत्याशित वृध्दि के विरोध में शुक्रवार सुबह 11 बजे मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर माधवनगर ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजीतसिंह ठाकुर के नेतृत्व में मक्सी रोड़ स्थित विद्युत मंडल कार्यालय के सामने धरना दिया गया। धरने में कांग्रेसियों द्वारा बिजली दरों में की गई वृध्दि से आम जनता तथा किसानों को आ रही परेशानियों को जगजाहिर किया। धरने के पश्चात राज्यपाल के नाम ज्ञापन तहसीलदार शेखर चैधरी को सौंपा जिसमें बढ़ाई गई विद्युत दरें तत्काल वापस लेने की मांग की गई।
अजीतसिंह ठाकुर के अनुसार मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा बिजली दरों में एक और जनविरोधी निर्णय लिया गया है जिसमें मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वार बिजली दरों में भारी वृध्दि कर आमजनों, किसानों का जीना दुभर कर दिया है। बिजली वितरण कंपनियों एवं विद्युत नियामक आयोग द्वारा प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के साथ दरें बढ़ाकर करोड़ों रूपयों की खुली लूट की जा रही है। बिजली दरें बढ़ाने के साथ-साथ भारी भरकम बिजली के बिल आम उपभोक्ताओं और किसान को सौंपे जा रहे हैं। शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनंतनारायण मीणा, जिलाध्यक्ष जयसिंह दरबार, माधवनगर ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजीतसिंह ठाकुर के साथ धरने पर बैठे ओपी लोट, मनीष गोमे, राजेश राणा, अरूण गौरीशंकर वर्मा, जगदीश रघुवंशी, सतीश मरमट, दीपक मेहरे, राजकुमार कैरोल, आत्माराम मालवीय, आजम शेख, अरूण रोचवानी, रियाज खान, मुकेश भाटी, जितेन्द्र तिलकर, सुमन तिवारी, बाबू , रूपेश यादव, सचिन यादव, कैलाश बिसेन, सुनील गोठवाल, संजय ठाकुर, रवि राय, नरेन्द्र कछवाय, तेजकरण बिलोनिया, धर्मेन्द्र ठाकुर, शिव लश्करी,
हरेन्द्र लाला, अनिल देवधर, संतोष राणा, राजेश मालवीय, मुकेश पांचाल, अशोक वर्मा, मनोहर चावंड, शेखर सुपेकर, अनुरागसिंह ठाकुर, जितेन्द्र त्रिवेदी, राकेशसिंह ठाकुर, राजेश मरमट, किशोरंिसह कुशवाह, अरूण गौरीशंकर वर्मा, बाबूलाल गोठवाल, चंद्रभानसिंह चंदेल, कैलाशसिंह बिसेन, राहुल अखंड, वासुदेव रावल, अरूण वर्मा, मनोज शांडिल्य, कुंदन माली, दीपक मेहरे, चेतन यादव, किशोर कुशवाह, ओम भारद्वाज, ललित लुल्ला, सुनील जैन आदि ने बिजली दरों में हुई अप्रत्याशित वृध्दि का विरोध करते हुए किसानों और आमजनता को इससे हो रही परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश सरकार से मांग की कि तत्काल बिजली दरों में की गई वृध्दि को वापस लें जिससे आमजनों एवं किसानों को राहत मिले। वहीं कांग्रेसियों ने चेतावनी भी दी कि यदि सरकार द्वारा मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले समय में उग्र विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। संचालन नरेन्द्र कछवाय ने किया।
बीपीएल परिवारों एवं अस्थाई कनेक्शन धारियों की बिजली भी महंगी अजीतसिंह ठाकुर के अनुसार नए वित्त वर्ष शुरू होते ही 9.48 प्रतिशत बिजली दरों में वृध्दि की। इसके पूर्व में दो सालों से 9.5 प्रतिशत, 10 प्रतिशत का इजाफा किया गया था। किसानों को सबसे ज्यादा 13.32 प्रतिशत उद्योगों को 5 प्रतिशत और घरेलू बिजली 7.8 प्रतिशत महंगी प्रदान की जा रही है । बीपीएल परिवारों एवं अस्थाई कनेक्शन लेने पर भी बिजली दर में 40 प्रतिशत प्रति यूनिट बढ़ाकर महंगी बिजली प्रदान की जा रही है। फीस चार्ज, मीटर किराया, फ्यूल चार्ज, एनर्जी चार्ज जैसे तरह-तरह के चार्ज वसूले जा रहे हैं एवं फिक्स चार्ज में भी बढ़ोत्तरी कर बिजली बिलों में बेतहाशा वृध्दि की जा रही है। 2016 में प्रदेश में वितरण कंपनियों की औसत मांग 7 हजार 148 यूनिट रही। राज्य एवं केन्द्र इकाईयों की क्षमता 8374 मेगावाट होने के बावजूद 30 प्रतिशत की खरीदी हुई बाकि निजी इकाईयों से महंगी दरों पर बिजली खरीदी गई है। बिजली कंपनियों के बजट का ज्यादातर खर्च बिजली खरीदी पर हो रहा है। निजी कंपनियों से भी बिजली खरीदी में गुजरात की टोरेंट पीटीसी से 7.43 प्रति यूनिट की दर से बिजली अन्य राज्यों को डेढ़ से 3 रूपये प्रति यूनिट तक बेच पा रहा है।