पहले जेसीबी सीज करवाई फिर दर्ज कराया झूठा प्रकरण, युवक ने आईजी के समक्ष लगाई निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने की गुहार
उज्जैन। कमल काॅलोनी के एक युवक ने आईजी के समक्ष उस पर दर्ज हुए अपहरण, मारपीट के झूठे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। पहले धोखे से युवक की जेसीबी सीज करवाई फिर बाद में परिजनों ने उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज करवा दिया।
सतीश मीणा पिता प्रहलाद मीणा 22 वर्ष निवासी कमल काॅलोनी के अनुसार मेरे पास एक जेसीबी मशीन है जिसे वह किराये पर देता है जिससे उसकी आजीविका चलती है। 28 मार्च को दिलीप पिता नारायण बंजारा निवासी शंकरपुर पंवासा उक्त जेसीबी मशीन पांच दिनों के लिए किराये पर ले गया। 30 मार्च को सुबह सतीश को पता चला कि जिस जगह के लिए दिलीप काम करने के लिए जेसीबी ले गया था वहां मशीन काम नहीं कर रही। मशीन के संबंध में दिलीप से पूछा तो वह दिनभर टालता रहा कि अभी कहीं पर खड़ीरखी है रात को काम किया जाएगा। 31 मार्च को सतीश को पता चला कि जेसीबी को दिलीप ने किसी दूसरेश शहर में भेज दिया है। जब दिलीप से बात की तो पहले तो वह कानाकानी करने लगा फिर बताया कि वह उक्त वाहन को फायनेंस कंपनी के सीजर को सुपुर्द कर आया। दिलीप ने देवास में वह जगह भी बताई जहां उसने उक्त जेसीबी मशीने फाइनेंस कंपनी के सीजरों के सुपुर्द की थी और दोपहर में इंदौर ले जाकर फाइनेंस कंपनी के सीजर से बात भी करवाई। सतीश के अनुसार उक्त जेसीबी मशीन पर फाइनेंस कंपनी की बकाया राशि जमा नहीं की गई थी इसलिए फाइनेंस कंपनी के सीजरों द्वारा बकाया किश्त भर देने के बाद जेसीबी लौटाने की बात कही। इसके बाद शाम को सतीश, दिलीप और उसका भाई सुरेश तीनों इंदौर से उज्जैन आ गए। 31 मार्च को दिलीप के परिजन, उसका भाई सुरेश थाना चिमनगंज पहुंचे और उन्होंने सतीश के खिलाफ अपहरण, मारपीट का झुठा मुकदता दर्ज करवा दिया। यह कहकर कि सतीश ने उसके भाई दिलीप को अपहरण करके कहीं पर छुपा रखा है। सतीश ने आईजी को की शिकायत में कहा कि इस प्रकार की घटना को उसने अंजाम नहीं दिया है फिर भी उसके खिलाफ षड़यंत्रपूर्वक अपहरण, मारपीट का झूठा मुकदमा चिमनगंज थाने में दर्ज करवा दिया गया। सतीश के अनुसार इस तरह की झूठी रिपोर्ट कराए जाने से उसकी व्यक्तिगत और सामाजिक छबि खराब हुई है। उसने आईजी से मांग की कि उस पर दर्ज झूठे प्रकरण के विषय में निष्पक्ष जांच की जाएग तथा उसे न्याय मिले।