कश्मीर में अप्रैल माह में ढाया बारिश ने कहर, श्रीनगर में कई जगह बाढ़ के हालात
कश्मीरमें 13 साल बाद अप्रैल के महीने में बर्फबारी और बारिश दोनों हो रही है। वो भी इतनी कि जगह-जगह हिमस्खलन और भूस्खलन हो रहे हैं। राजधानी श्रीनगर के प्रमुख इलाकों में पानी भर गया है। लोगों की मदद के लिए सेना को लगाना पड़ा है। उधर लद्दाख में हिमस्खलन में सेना के पांच जवान फंस गए। दो को निकाल लिया गया। जबकि तीन जवान अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
कश्मीर के मौसम विभाग के डायरेक्टर सोनम लोटस ने बताया कि इससे पहले 2004 में मई के महीने में बर्फबारी हुई थी। हालांकि तब बारिश नहीं हुई थी। उधर पंजाब, हरियाणा, यूपी, बिहार, झारखंड, सिक्किम और उत्तर-पूर्व के 7 सूबों समेत 14 राज्यों में बारिश हुई है। उत्तराखंड और हिमाचल में तो पिछले 24 घंटे में हिमपात भी हुआ है। वहीं मप्र, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र और तेलंगाना के बड़े इलाकों में पारा 40 डिग्री के ऊपर चल रहा है। हालांकि इन राज्यों के बहुत से हिस्सों में तापमान गिरा भी है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिन में गर्मी कुछ और कम होगी। तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी भी हो सकती है।
{जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर रामबन जिले में मलबा आने के कारण बंद कर दिया गया है। हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
{झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कोकरनाग में एक जीप खाई में गिरने की खबर है। इसमें पांच यात्री लापता हो गए हैं।
{घाटी में प्रशासन ने सभी स्कूलों और कालेजों में रविवार तक के लिए छुट्टी कर दी है। सभी परीक्षाएं भी फिलहाल स्थगित कर दी गई हैंे।
{श्रीनगर आने और वहां से जाने वाली 10 फ्लाइट गुरुवार को कैंसिल कर दी गईं। मौसम विभाग ने शुक्रवार से हालत सुधरने के संकेत दिए हैं।
कश्मीर में बाढ़ से लोग डर गए हैं। सेना श्रीनगर समेत घाटी के अलग-अलग इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रही है। बचाव की यह तस्वीर सेना ने ट्वीट की है।