कश्मीर में रची जा रही है अलगाववादी नेताओं की हत्या की साजिश, रहमान लखवी और हाफिज सईद में इस बात को लेकर गहमागहमी की खबर
आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के में फूट की खबरें आ रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से बताया जा रहा है कि लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद और इसके कश्मीर ऑपरेशन के मुकिया जकी-उर-रहमान लखवी के बीच अनबन हो गई है। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक लश्कर के दोनों शीर्ष नेताओं में अनबन की वजह संगठन के नाम के इस्तेमाल को लेकर है। दरअसल जकी-उर-रहमान कश्मीर में आतंकी हमला कर कुछ अलगाववादी नेताओं की हत्या की साजिश रच रहा है। लश्कर के सरगना हाफिज ने रहमान को सख्त निर्देश दिये हैं कि भारत में किसी भी प्रकार के आतंकी हमले में लश्कर-ए-तैयबा का नाम ना आने पाए। साथ ही हाफिज सईद ने ये आदेश भी जारी किये हैं कि संगठन की तरफ से जो भी हमले कश्मीर में किये जाएंगे उसे ‘कश्मीर छोड़ो आंदोलन’ के तहत किसी भी दूसरे संगठन के नाम से किए जाएंगे। दरअसल हाफिज ये सुनिश्चित कर देना चाहता है कि भारत में हो रहे आतंकी हमलों में किसी भी प्रकार से उसका या उसके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का नाम ना आए।
26/11 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड लखवी और हाफिज सईद में कलह की उपज पाकिस्तान सरकार द्वारा हाफिज पर शिकंजा कसने के साथ ही होने लगी। अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्तान ने हाफिज को भारत में आतंकी हमलों में सीधे शामिल होने से मना किया है। इसके बाद से ही हाफिज सईद इस बात को लेकर काफी सचेत हो गया है कि उसका या लश्कर कानाम किसी भी प्रकार से भारत में हो रहे आतंकी हमलों में ना आने पाए। हाफिज ने जकी-उर-रहमान को साफ कर दिया है कि हमें लश्कर के नाम से आतंकी हमलों को अंजाम देने से बचना होगा। इसके लिए किसी भी तरह के हमलों से पहले हमें इस बात का खास ध्यान रखना होगा। लेकिन हिंदुस्तान टाइम्स की खबरों के मुताबिक जकी-उर-रहमान लखवी को अंदर इस बात को लेकर असंतोष पैदा हो गया है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों को ये इनपुट मिला है कि लखवी कश्मीर में किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने में जुटा हुआ है। लखवी ने बड़ी संख्या में लश्कर के लड़ाकों को पाक अदिकृत कश्मीर में अपना डेरा जमा लेने का निर्देश दिया है। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से जिस तरह से कश्मीर के नौजवान उसके समर्थन में आए थे उसे देखते हुए लखवी किसी भी कीमत पर कश्मीर में सांत बैठने वाला नहीं है। लखवी घाटी में अशांति फैलाने और पत्थरबाज लड़कों को अपने साथ मिलाने के लिए कुछ अलगाववादी नेताओं की हत्या का भी प्लान बना रहा है।