ग्रेटर नोएडा में अफ्रीकी छात्रों पर मुददा हुआ गंभीर, छात्रों पर हुआ था हमला, भारतीय युवक की हुई थी मौत
दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के इलाक़े ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियाई छात्रों पर हुए हमले ने तूल पकड़ लिया है. मामले की कूटनीतिक संवेदनशीलता को देखते हुए भारत की विदेश मंत्रालय को बयान देना पड़ा है. ये मुद्दा भड़का कैसे और अभी तक क्या स्थिति है - एक नज़र अब तक के घटनाक्रम परः
क्या हुआ?
- मामले की शुरूआत ग्रेटर नोएडा के एक इलाक़े एनएसजी सोसायटी में रहने वाले 17 साल के एक लड़के मनीष खारी के 23 मार्च को लापता होने से हुई.
- एसोसिएशन ऑफ़ अफ़्रीकन स्टूडेंट्स इन इंडिया के अनुसार 24 मार्च की रात नौ बजे लगभग 50 से ज़्यादा स्थानीय लोग कुछ अफ़्रीकी छात्रों के घर चले आए और मनीष को ढूँढने लगे.
- बाद में पुलिस आई और उसने भी कई बार घर की तलाशी ली. बाद में वो पाँच नाइजीरियाई छात्रों को साथ ले गई. छात्र रात भर थाने में ही रहे.
- एसोसिएशन के मुताबिक़ 25 मार्च की सुबह लड़के के घरवालों ने फ़ोन किया कि लड़का लौट आया है. इसके बाद अफ़्रीकी छात्रों ने ग़लत आरोप लगाने के लिए स्थानीय लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर करने की कोशिश की मगर पुलिस ने सहयोग नहीं किया. छात्र घर लौट आए.
- बाद में पुलिस दोबारा अफ़्रीकी छात्रों के घर गई और उन्हें ये कहते हुए गिरफ़्तार कर लिया कि लड़के की मौत हो गई है और उसके घरवालों ने एफ़आईआर में उन पर हत्या का आरोप लगाया है.
- ग्रेटर नोएडा के पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिनंदन के अनुसार मनीष के परिजनों ने आरोप लगाया कि इन छात्रों ने मनीष को ड्रग्स या कोई ज़हरीला पदार्थ दिया था जिसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ गई.
- समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मनीष को 24 मार्च को अपनी सोसायटी के बाहर बेहोश पाया गया. उसे एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई.
नाइजीरियाई छात्रों पर हमला कैसे हुआ?
- 27 मार्च को मनीष की मौत के मामले में ज़िम्मेदार लोगों की गिरफ़्तारी की माँग को लेकर ग्रेटर नोएडा के परी चौक और अंसल प्लाज़ा इलाक़े में कैंडल मार्च निकाला जा रहा था.
- तभी रास्ते में कुछ जाते हुए कुछ और ही नाइजीरियाई छात्र दिख गए. जुलूस में से कुछ लोग उग्र हो गए और उन्होंने छात्रों की कथित तौर पर पिटाई कर दी.
अभी क्या स्थिति है?
- नाइजीरियाई छात्रों पर कथित हमले की ख़बर आने के बाद केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसे 'दुर्भाग्यपूर्ण' घटना बताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी.
- विदेश मंत्रालय ने इस सिलसिले में निष्पक्ष जाँच का भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारत विदेशी छात्रों को सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
- उत्तर प्रदेश की नई सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने पीटीआई से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाइजीरियाई छात्रों पर हमले को गंभीरता से लिया है.
पीटीआई के अनुसार एक नाइजीरियाई छात्र ने 1200 लोगों के ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास समेत विभिन्न मामलों में मामला दर्ज कराया है.
- पीटीआई ने जानकारी दी है कि पुलिस ने इस सिलसिले में पाँच लोगों को गिरफ़्तार किया है. सीसीटीवी कैमरों की मदद से 50 से ज़्यादा लोगों की पहचान की गई है और जल्द ही और गिरफ़्तारियाँ होंगी.
- ग्रेटर नोएडा पुलिस के मुताबिक़ हमलावरों ने नाइजीरिया के नागरिकों की गाड़ियों और संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की.
- पुलिस के मुताबिक़ तीनों पीड़ित नाइजीरियाई नागरिकों को इलाज के लिए अस्पताल में दाख़िल कराया गया. उनकी स्थिति ख़तरे से बाहर है.
- इलाक़े में जहां अफ्रीकी छात्रों में दहशत है, वहीं स्थानीय लोग पुलिस और प्रशासन पर अफ्रीकी छात्रों की तरफ़दारी करने और स्थानीय लोगों के उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं.