सीएम योगी ने संसद में दिया विदाई भाषण ‘प्रधानमंत्री के सपनों का प्रदेश बनेगा यूपी’
प्रदेश के बाद पूरे देश को संदेश देने का इससे अच्छा अवसर कोई दूसरा नहीं हो सकता था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे पहचानते हुए बतौर सांसद लोकसभा में अपना विदाई भाषण कुछ इसी अंदाज में दिया।
स्पष्ट भाषा, ठोस आंकड़े और चुटीले लहजे में उन्होंने यह भी बता दिया कि अब तक प्रदेश वहां की सरकारों के कारण पिछड़ा रहा है और दंगे इसलिए हुए क्योंकि इसे रोकने की मंशा नहीं रही। परोक्ष रूप से उन्होंने उन आलोचकों को जवाब दिया जो योगी की कट्टर हिंदूवादी छवि को लेकर डर जता रहे हैं तो कांग्रेसी नेताओं की दुखती रग पर हाथ रखते हुए उन्होंने यह याद दिला दिया कि जनता ने राहुल और अखिलेश की जोड़ी को नकार दिया।
मंगलवार को सरकार और पार्टी के नेताओं से मुलाकात के बाद योगी लोकसभा पहुंचे। 1998 से लगातार गोरखपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे योगी का यह आखिरी भाषण था। उन्होंने बड़े सलीके से इस विदाई भाषण को नई पारी की शुरुआत का भाषण बना लिया। उन्होंने जहां गोरखपुर के सांसद के तौर पर अपनी उपलब्धियां गिनाईं, वहीं राज्य की बिगड़ी दशा का विस्तार से जिक्र करते हुए अपनी नवगठित सरकार की प्राथमिकताएं भी बताईं।
उन्होंने लोकसभा में भाजपा के सहयोगी दलों के साथ विपक्ष के सदस्यों को भी उत्तर प्रदेश आने का न्योता दिया। प्रदेश की ध्वस्त शासन प्रणाली को दुरुस्त करने के बारे में योगी ने जोर देकर कहा, "उत्कृष्ट सुशासन प्रणाली होगी। राज्य को भ्रष्टाचार, अराजकता, दंगा और गुंडामुक्त बनाया जाएगा।"
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने इन्हीं मुद्दों पर राज्य सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने ललकारते हुए कहा, "पांच साल में प्रदेश में सैंकड़ों दंगे हुए, लेकिन जिस पूर्वांचल से मैं आता हूं वहां एक भी नहीं हुआ, अब पूरे उत्तर प्रदेश में कहीं भी दंगा नहीं होगा।"
महिलाओं की सुरक्षा का होगा पुख्ता बंदोबस्त
राज्य में महिलाओं के साथ होने वाली ज्यादती और अपराध पर योगी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा का इतना पुख्ता बंदोबस्त किया जाएगा कि बहनों को अब किसी से सुरक्षा की गुहार नहीं लगानी पड़ेगी। गोरखपुर की खराब छवि को संवारने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब वहां एक भी व्यापारी को गुंडा टैक्स नहीं देना पड़ता। अब यही व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू होगी।
प्रधानमंत्री के सपनों का प्रदेश बनेगा यूपी
विकास की बात आई तो उन्होंने दावा किया, "यूपी प्रधानमंत्री के सपनों का प्रदेश होगा।" उन्होंने कहा कि सरकार सबके लिए होगी, किसी जाति या समुदाय के लिए नहीं होगी। उत्तर प्रदेश में बंद होते उद्योग धंधों और बढ़ती बेरोजगारी के बारे में योगी ने कहा कि राज्य में विकास का ऐसा मॉडल बनाएंगे, जिससे अब यूपी के नौजवानों को नौकरियों के लिए कहीं और पलायन नहीं करना पड़ेगा।"
मोदी सरकार ने प्रदेश को दिए थे दो लाख करोड़
पिछली सरकार के कामकाज पर तीखी टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने राज्य को दो लाख करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन केवल 78 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा सके थे। विकास विरोधी लोगों के लिए उत्तर प्रदेश का यह जनादेश तमाचा है। हम "सबका साथ सबका विकास" की तर्ज पर शासन करेंगे। हर जाति व हर वर्ग के विकास के लिए काम करेंगे।
गोरखपुर में एम्स हुआ स्थापित
योगी ने कहा कि गोरखपुर का सांसद होने के नाते उपेक्षित पूर्वी उत्तर प्रदेश की सदन में बात हमेशा रखी। मैं लगातार सदन में चिल्लाता था। पूर्वी उत्तर प्रदेश में दिमागी बुखार से मरने वाले 90 फीसद बच्चे दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के थे, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं था। मुझे इसका बहुत दर्द था। प्रधानमंत्री मोदी ने गोरखपुर में एम्स स्थापित कर दिया। बंद पड़े खाद कारखाने को चालू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
"राहुल से छोटा और अखिलेश से बड़ा हूं"
"यूपी में दो लड़कों का साथ पसंद है" के चुनावी नारे पर तंज कसते हुए योगी आदित्यनाथ ने चुटकी भी ली। अपनी उम्र कुछ इस अंदाज में बताते हुए उन्होंने कहा "खड़गे जी, मैं राहुल जी से एक साल छोटा हूं और अखिलेश से उम्र में एक साल बड़ा हूं। दोनों की जोड़ी के बीच मैं जो आ गया, यह आपकी (गठबंधन) विफलता का बड़ा कारण हो सकता है।"
उनके इस अंदाज पर सदन में ठहाका लगा और सदस्यों ने मेज थपथपाकर खुशी जाहिर की, लेकिन योगी की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को नागवार गुजरी। उन्होंने योगी को बधाई देने के साथ ही मुख्यमंत्री पद की गरिमा बनाए रखने की नसीहत भी दे डाली।