‘देखो-देखो कौन आया, हिन्दुस्तान का शेर आया।’
यूपी-उत्तराखंड में कामयाबी के बाद पहली बार गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद के उच्च सदन राज्यसभा पहुंचे। इस दौरान उन्हें विपक्ष के ताने सुनने पड़े। लेकिन ये ताने ऐसे थे जिन्हें सुनकर पीएम मोदी के समर्थक भी खुश होंगे। दरअसल गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान जब दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर प्रधानमंत्री राज्यसभा में आए सत्ता पक्ष के सांसदों ने खड़े होकर उनकर स्वागत किया, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने ताना मारा, ‘देखो-देखो कौन आया, हिन्दुस्तान का शेर आया।’ हर गुरुवार को सदन में प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े सवालों पर चर्चा के लिए समय आवंटित रहता है। पीएम इसी चर्चा में शिरकत करने के लिए आए थे।
पीएम मोदी प्रश्नकाल में 15 मिनट तक बैठे। पीएम ने यहां केन्द्रीय विद्यालयों में नियुक्तियां , और मैला ढोने की प्रथा से जुड़े सवालों को सुना। इसके बाद 12 बजकर 25 मिनट में प्रधानमंत्री ऊपरी सदन से बाहर चले गये।
गुरुवार को स्वास्थ लाभ के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी जब राज्यसभा में आईं तब उपसभापति पी जे कुरियन और विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से 65 वर्षीय सुषमा काफी समय से सदन में नहीं आई थीं। उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान सुषमा जैसे ही आई, विभिन्न दलों के सदस्यों ने मेजें थपथपा कर उनका स्वागत किया। धीरे धीरे अपने स्थान पर पहुंचीं सुषमा ने हाथ जोड़ कर सभी सदस्यों का अभिवादन किया।
राज्यसभा में गुरुवार को बीजेपी सांसद रूपा गांगुली का नाम बच्चों की तस्करी के मामले में आने पर भी हंगामा हुआ। कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल ने जब इस मुद्दे को सदन में उठाया तो रूपा गांगुली भड़क गईं, उन्होंने कहा कि अगर उनके पास सबूत है तो दिखाएं और बिना सबूतों के इस केस में उनका नाम ना घसीटें। रूपा गांगुली ने कहा कि बच्चों की तस्करी पश्चिम बंगाल की ये एक गंभीर समस्या है और वे खुद कई जगहों पर इसकी शिकायत कर चुकी हैं।