यूपी में गठबंधन की हार के बाद कांग्रेस अब कर रही महागठबंधन की तैयारी, पार्टी के वरिष्ठ नेता दे रहे समर्थन
यूपी और उत्तराखंड में करारी हार के बाद 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबले के लिए महागठबंधन तैयार करने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता इसके समर्थन में हैं। यही नहीं अन्य दलों ने भी साथ आने के संकेत दे दिए हैं।
जदयू के विधान परिषद सदस्य संजय सिंह ने भी मोदी से मुकाबला करने के लिए सभी दलों को एक मंच पर आने की बात कही है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी महागठबंधन की वकालत कर चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर, सीपी जोशी, प्रिया दत्त खुलकर इसकी मांग कर रहे हैं। मणिशंकर अय्यर ने भाजपा को हराने के लिए महागठबंधन बनाने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही संगठन में बदलाव की बात भी कही।
कांग्रेस महासचिव सी.पी. जोशी ने भी अय्यर के बयान का समर्थन किया। हालांकि उन्होंने संगठन में बदलाव की राय पर असहमति जताई। प्रिया दत्त ने संगठन में बदलाव का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी ‘ऑटो इम्यून डिजीज’से ग्रस्त हो गई है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि भाजपा से निपटने के लिए बसपा के साथ-साथ एनडीए की सहयोगी शिवसेना को भी साथ लेने से परहेज नहीं करना चाहिए।
‘2019 में कांग्रेस अकेले भाजपा को नहीं हरा सकती। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन करने की जरूरत होगी।’
--मणिशंकर अय्यर, कांग्रेस नेता
‘2019 में कांग्रेस भाजपा के लिए कोई स्थान नहीं छोड़ना चाहती। इसलिए बिहार की तर्ज पर गठबंधन बनाने पर विचार चल रहा है।’
--सी.पी. जोशी, कांग्रेस महासचिव
‘नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता होना चाहिए, तभी 2019 में भाजपा को हराना संभव होगा।’
--संजय सिंह, जदयू
‘उत्तर प्रदेश में महागठबंधन नहीं होने की वजह से भाजपा की जीत हुई। अगर वहां महागठबंधन होता, तो चीजें अलग होती।’
--राबड़ी देवी, राजद एमएलसी