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यूपी में छाया भगवा रंग, प्रचण्ड बहुमत से खिला मोदी का कमल, उत्तराखण्ड मणिपुर में भी बीजेपी की सरकार


शनिवार को आये पांच राज्यों के चुनाव परिणाम ने बड़ा राजनीतिक उलटफेर किया. यूपी में भाजपा को जहां प्रचंड बहुमत मिला, वहीं उत्तराखंड में फिर सत्ता पर  काबिज हुई. पहली बार पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भी कमल खिला है. हालांकि बुरी गत में पहुंच चुकी कांग्रेस को पंजाब ने राहत की मरहम लगायी है. गोवा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी, पर सत्ता से थोड़ी दूर है. देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में जीत के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने नि:संदेह खुद को प्रमुख नेता के  तौर पर स्थापित कर लिया है. 

लखनऊ : आखिरकार राजनीतिक दृष्टि से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा का वनवास खत्म हो गया. 15 साल बाद ‘कमल’ ने सत्ता में धमाकेदार वापसी कर नया इतिहास रचा. बिखरे विपक्ष को पार्टी ने जहां धूल चटा दी, वहीं इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि नोटबंदी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में कमी आयी है. उत्तर प्रदेश में पिछले डेढ़ दशक में सपा व बसपा की सरकारें रहीं थीं. 
 
उत्तराखंड में भाजपा की शानदार वापसी हुई है. वहीं पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भी कमल खिल गया है. कांग्रेस को पंजाब में सांत्वना पुरस्कार से संतोष करना पड़ा है, जहां उसकी सरकार बनेगी. वहीं गोवा में कांग्रेस ने प्रदर्शन बेहतर किया है, लेकिन यहां किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. शनिवार को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के मतों की  गिनती सुबह पांच बजे शुरू हुई. 
 
उत्तर प्रदेश में 403 सदस्यीय विधानसभा में  भाजपा को अकेले 312 सीटें मिलीं. वहीं भाजपा अपने सहयोगी दलों अपना दल व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ 325 सीट मिली. इस तरह आसानी से 403  सदस्यीय सदन में दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया. इधर, यूपी में सपा-कांग्रेस  गंठबंधन  को मात्र 55 सीटें मिलीं, जबकि मायावती की बसपा केवल 19 सीटों पर सिमट गयी. 
 
विकास के एजेंडा पर प्रचार को केंद्रित करनेवाले मुख्यमंत्री अखिलेश की  पार्टी सपा को महल 48 सीटों से संतोष करना पड़ा. वैसे सभी सीटों के परिणाम की पुष्टि चुनाव आयोग ने नहीं की है. ऐसे में परिणाम में थोड़ा सा अंतर हो सकता है. 
 
प्रदेश की निवर्तमान विधानसभा में केवल 47 सीटों वाली भाजपा ने 40 फीसदी मत हासिल करने में सफलता पायी. इस अवधारणा को भी तोड़ा कि वह सवर्णों की पार्टी है. वोट प्रतिशत बताते हैं कि दलित व मुसलिमों समेत समाज के हर तबके ने पार्टी को वोट दिया है. केंद्र सरकार की योजनाओं से सभी को फायदा हुआ है. मुसलिम महिलाओं को भी योजनाओं से लाभ मिला. 
 
 इस बीच चुनाव में अपनी पार्टी की हार के बाद अखिलेश ने राज्यपाल राम नाईक को  इस्तीफा सौंप दिया, मगर वह अगली सरकार बनने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे. वहीं उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत और गोवा के सीएम लक्ष्मीकांत पारसेकर ने भी इस्तीफा सौंप दिया है. पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल सोमवार को इस्तीफा देंगे. 

उत्तर प्रदेश : पांच साल में भाजपा का वोट ढाई गुना बढ़ा
सीएम की दौड़ में कई, संसदीय दल आज करेगा तय यूपी में  मुख्यमंत्री का फैसला भाजपा संसदीय बोर्ड और राज्य में विधायी दल करेगा.  भाजपा संसदीय दल की बैठक रविवार को होगी, जिसमें  पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. इसी बैठक में राज्य के मुखिया का फैसला होगा. 
 
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा और योगी आदित्यनाथ, लखनऊ के महापौर दिनेश शर्मा, राज्य भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को इस पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है. वैसे केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, मनोज सिन्हा, स्मृति ईरानी, उमा भारती के नामों की भी चर्चा इस पद के लिए है. सबसे योग्य उम्मीदवार ही सीएम होगा. 
 
 * आजादी के बाद सबसे कद्दावर नेता मोदी : शाह
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में भाजपा की शानदार जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीबोन्मुख नीतियों को देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जनता ने जाति, धर्म के बंधन से ऊपर उठ कर विकास और विकासवादी सरकार के लिए वोट दिया है. मोदी देश के सबसे कद्दावर नेता के रूप में सामने आये हैं. शाह ने भाजपा मुख्यालय पर संवाददाताओं से कहा कि यह ऐतिहासिक जनादेश है, जो देश की राजनीति को नयी दिशा देगा. जनता ने विकास के पक्ष में अप्रत्याशित जनादेश दिया है. नतीजों ने मोदी में गरीब लोगों के भरोसे को दिखा दिया है. उनके राजनीतिक विरोधियों तक को स्वीकार करना होगा कि देश की आजादी के बाद वह सबसे कद्दावर नेता बनकर उभरे हैं.  
 
आजादी के बाद पहली बार गरीब, शोषित, पीड़ितों के मसीहा के रूप में उभरे हैं और लोगों, गरीबों ने मोदी जी में आस्था व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश की जनता अब हिंदू-मुसलिम की बातों से बाहर निकल चुकी है. मतदाता सिर्फ मतदाता होता है. सबको विकास चाहिए. सबको प्रगतिशील सरकार चाहिए.  
 
लोगों ने जाति, धर्म से ऊपर उठ कर वोट किया है. शाह ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जनता ने मोदी जी, भाजपा में जिस प्रकार का विश्वास व्यक्त किया था, उस पर प्रधानमंत्री शत प्रतिशत खरे उतरे हैं. पार्टी उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड के अलावा गोवा, मणिपुर में भी सरकार बनाने जा रही है. पंजाब में भाजपा गंठबंधन का वोट प्रतिशत 30 प्रतिशत रहा है, जो उत्साहवर्द्धक है.
 
बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा इवीएम मशीन से छेड़छाड़ किये जाने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि वह मायावती की मन:स्थिति को समझ सकते हैं. लेकिन मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. उत्तरप्रदेश चुनाव परिणाम देश की राजनीति के बदलेगा और यह जाति, धर्म और भाई भतीजावाद की राजनीति का अंत करेगा. इस चुनाव परिणाम से देश में नयी राजनीति का सूत्रपात हुआ है. घोषणापत्र को पूरा करना हमारी प्राथमिकता है. 
  
* आरोप : वोटिंग मशीन में गड़बड़ी से जीती भाजपा 
मायावती ने आरोप लगाया कि वोटिंग मशीनों को मैनेज किया. मुसलिम बाहुल्य इलाकों में भी बीजेपी को वोट मिला, यह बात हजम होने  वाली नहीं है.वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी के दम पर बीजेपी की इस चुनाव में जीत हुई.  मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को खुली चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है, तो वह दोबारा चुनाव करवाएं.

 * कसक : बहकाने से भी कभी-कभी मिलते हैं वोट
सपा-कांग्रेस गंठबंधन की हार पर अखिलेश यादव  ने कहा है कि वह जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं. उम्मीद हैं नयी सरकार बेहतर काम करेगी. नयी सरकार की पहली  कैबिनेट बैठक के बाद जो निर्णय आयेंगे, उसका हमें इंतजार रहेगा. इवीएम पर उठाये गये सवाल पर कहा कि नयी सरकार इसे देखेगी. कभी-कभी समझाने से नहीं, बहकाने से वोट मिलते हैं.

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