महिला दिवस के उपलक्ष्य में प्रदेश के समस्त जिलों में रोजगार मेले का आयोजन
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आजीविका मिशन द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में विशेष रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इन मेलों में देश एवं प्रदेश के विख्यात संस्थान केवल युवतियों को ही रोजगार के अवसर उपलब्ध करवायेंगे।
आजीविका मिशन में प्रदेश के लगभग 21 हजार गाँवों के 20 लाख ग्रामीण परिवारों को 1 लाख 70 हजार से अधिक स्व-सहायता समूह में जोड़ा गया है। इनमें से 13 लाख 10 हजार से अधिक परिवार आजीविका गतिविधियों से जोड़े गये हैं। प्रदेश के लगभग 11 हजार गाँवों के सभी लक्षित परिवारों को आजीविका मिशन द्वारा समूहों से जोड़ा गया है। आजीविका गतिविधियों द्वारा लगभग 1 लाख 29 हजार से अधिक परिवार लखपति की श्रेणी में आ गये हैं।
विकासखण्ड स्तर पर आयोजित रोजगार मेलों के माध्यम से 1738 गाँवों को पूर्ण रोजगार प्राप्त हुआ है। आजीविका मिशन की प्रमुख गतिविधियों से लगभग 4 लाख 41 हजार परिवार उन्नत कृषि से, 3 लाख 11 हजार परिवार व्यावसायिक सब्जी उत्पादन से, 85 हजार दुग्ध उत्पादन से, 72 हजार सूक्ष्म उद्योग से, 10 हजार वस्त्र निर्माण से, 1 हजार 800 सेनेटरी नेपकिन से, 1 हजार 200 अगरबत्ती निर्माण से, 6 लाख 23 हजार परिवार आजीविका पोषण वाटिका से एवं 4 लाख 88 हजार परिवार वर्मी पिट/नाडेप के निर्माण से लाभान्वित हुए हैं।
सामुदायिक स्तर पर प्रशिक्षण एवं सुविधा की दृष्टि से 2 हजार 800 प्रशिक्षित कृषि सी.आर.पी. केन्द्र स्थापित किये हैं जो प्रदेश में एवं प्रदेश के बाहर अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। इसके अलावा 174 वी.सी., 218 बैंक सखी/ बैंक मित्र, 24 समुदाय आधारित सूक्ष्म बीमा संस्थान एवं 11 सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र बनाये गये हैं।
रोजगार एवं कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में चालू माली साल में 11 हजार 638 युवाओं को प्रशिक्षण-सह-रोजगार, 29 हजार 19 युवाओं को आरसेटी प्रशिक्षण एवं रोजगार मेलों से 49 हजार 257 युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। इस प्रकार कुल 89 हजार 914 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में 7650 एवं स्व-रोजगार योजना में 7213 प्रकरण स्वीकृत कराये गये हैं।
केके जोशी