भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियाँ बेमिसाल
ऊर्जा मंत्री श्री जैन और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री श्री जोशी द्वारा भोपाल विज्ञान मेले का समापन
ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने कहा है कि भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में हासिल उपलब्धियाँ बेमिसाल हैं। फरवरी-2017 में हरकोटा से एक साथ 104 सेटेलाइट लांच कर विश्व कीर्तिमान बनाया गया है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि में इसरो के निदेशक श्री पी. कुन्हीकृष्णन की अहम भूमिका रही है। श्री जैन भेल दशहरा मैदान में छठवें विज्ञान मेले का समापन कर रहे थे। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी, विज्ञान प्रतिभा सम्मान से नवाजे गये वैज्ञानिक श्री पी. कुन्हीकृष्णन और विज्ञान भारती के राष्ट्रीय महासचिव श्री ए. जय कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे।
ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने कहा कि श्री कृष्णन के नेतृत्व में मिली उपलब्धि से देश गर्व महसूस करता है। मंत्री श्री जैन ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा तैयार किये गये 'पेन-ड्राइव'' फोल्डर का लोकार्पण भी किया।
विज्ञान मेले में लगे स्टॉल का किया अवलोकन
ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी ने मेले में लगे स्टॉल का अवलोकन किया। मंत्रीद्वय ने विभिन्न विभाग/उपक्रम/संस्थाओं द्वारा प्रदर्शित सामग्री की जानकारी भी प्राप्त की।
स्टॉल को मिला पुरस्कार
भोपाल विज्ञान मेला-2017 में विभिन्न विभाग/संस्थाओं द्वारा 110 स्टॉल लगाये गये हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र (इसरो) के स्टॉल एवं ब्रह्मोस एयरोस्पेस मिसाइल ने प्रदर्शनी देखने आये विद्यार्थियों एवं आगंतुकों को सर्वाधिक आकर्षित किया। ऊर्जा मंत्री ने इन दोनों संस्थाओं को विशेष उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया।
इन संस्थाओं को भी मिले पुरस्कार
भारत सरकार के उपक्रमों द्वारा लगाये गये स्टॉल में से भारत मौसम विज्ञान विभाग, भोपाल को प्रथम, राजा रमन्ना फॉर एडवांस टेक्नालॉजी (केट) इंदौर को द्वितीय और एनपीसीआईएल मुम्बई को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश सरकार के विभाग एवं उपक्रम में से मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमिटेड को प्रथम, मध्यप्रदेश बॉयो डायवर्सिटी बोर्ड भोपाल को द्वितीय एवं नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण भोपाल को तृतीय पुरस्कार दिया गया।
औद्योगिक संस्थान श्रेणी में नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन सिंगरौली एवं साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड सिंगरौली को संयुक्त रूप से प्रथम, वर्धमान फेब्रिक बुधनी एवं भारत-ओमान रिफायनरी बीना को संयुक्त रूप से द्वितीय और गोदरेज मालनपुर, भिण्ड एवं वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड, पेंच को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार मिला।
अनुसंधान संस्थाएँ एवं शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा लगाये गये स्टॉल में राष्ट्रीय मौलाना आजाद प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल को प्रथम, आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, भोपाल को द्वितीय एवं माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय को तृतीय पुरस्कार मिला।
ग्रामीण प्रौद्योगिकी में स्व-शक्ति महिला मण्डल खण्डवा (न्यूट्रेशन) को प्रथम और ओम श्री हरि शिल्पकार कल्याण समिति भोपाल (माटी-शिल्प) को द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया।
ऋषभ जैन