यूपी सरकार ने शुरू किया एम्बुलेंस से समाजवादी नाम हटाया
यूपी की अखिलेश सरकार की शुरू की गई समाजवादी एंबुलेंस सेवा पर चुनाव आयोग की गाज गिरी है. चुनाव आयोग ने एंबुलेंस पर लिखे समाजवादी स्वास्थ्य सेवा से समाजवादी शब्द हटाने को कहा है.
अखिलेश की शुरू की गई जिस एंबुलेंस सेवा के नाम पर डिंपल वोट मांग रही हैं उस पर अब चुनाव आयोग का चाबुक चल गया है. चुनाव आयोग ने 108 नंबर वाले एंबुलेंस से समाजवादी शब्द हटाने का आदेश दिया है. आदेश आते ही समाजवादी शब्द हटाने का काम भी शुरू हो गया. चुनाव आयोग के मुताबिक उसे शिकायत मिली थी जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.
यूपी में अखिलेश सरकार के जब छह महीने पूरे हुए थे, तब सितंबर 2012 में 108 समाजवादी एंबुलेंस सेवा की शुरुआत हई थी. इस वक्त उत्तर प्रदेश में ऐसी 1488 एंबुलेंस चल रही हैं जिनपर लिखा समाजवादी शब्द हटा लिया गया है.
समाजवादी सरकार ने जो लैपटॉप और स्कूल बैग बांटे हैं, उनको लेकर भी सवाल उठाया जा रहा था. क्योंकि उन पर अखिलेश यादव की तस्वीर आती है. लेकिन फिलहाल अभी समाजवादी एंबुलेंस से समाजवादी शब्द हटाया गया है.
बीएसपी एंबुलेंस के बहाने समाजवादी पार्टी पर हमले कर रही है लेकिन पिछले चुनाव में उसके चुनाव चिन्ह हाथी के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ था. 2012 के विधानसभा चुनाव में शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने पार्कों में बनी हाथी की मूर्तियों को ढंकवाया था. उस वक्त न सिर्फ मूर्तियों को ढंक दिया गया था बल्कि चुनाव तक के लिए स्मारकों को दर्शकों के लिए बंद करवा दिया गया था.