मुख्यमंत्री श्री चौहान अलीराजपुर जिले में हुए यात्रा में शामिल, बाबा रामदेव और लोकेश मुनि ने भी की यात्रा में शिरकत
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा का मूल उद्देश्य है कि नदी के संरक्षण, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुँचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यात्रा ने इस दिशा में सफलता हासिल की है और नर्मदा नदी के तट के दोनों ओर रहने वालों के साथ ही पूरे प्रदेश में नदियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता आयी है। श्री चौहान आज अलीराजपुर के ग्राम छकतला में 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के दौरान जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह अभियान हमारे प्रदेश की जीवन-रेखा और सबसे प्राचीन नदी को समृद्ध करने का अभियान है। इसकी सफलता के लिये जरूरी था कि लोगों की जन-भागीदारी हो। नर्मदा नदी ने हमारे प्रदेश को सब कुछ दिया है। पुराणों में भी नर्मदा को गंगा के समान पवित्र माना गया है। यह मोक्ष-दायिनी और जीवन-दायिनी भी है। उन्होंने कहा कि नदी के तट पर लगे वृक्षों के कटने से वृक्षों की जड़ों से जो जल का रिसाव होता था, वह बंद हो गया है। हम सभी लोगों को माँ नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन में योगदान देना होगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर एक-एक किलोमीटर की परिधि में फलदार एवं छायादार वृक्ष लगाये जायेंगे। जो किसान अपनी निजी भूमि में फलदार वृक्ष लगायेगा, उन्हें एक हेक्टेयर पर 20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। तीन साल बाद जब उनके वृक्ष फलदार हो जायेंगे, उसके फ्रूट रूट बनाये जायेंगे। नर्मदा के किनारों को पवित्र और शुद्ध रखने के लिये सभी गाँव के घरों में शौचालय बनवाये जा रहे हैं। गंदे पानी से बचाने के लिये ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जा रहे हैं। नर्मदा किनारे की 5 किलोमीटर के अंदर की शराब की दुकानें 31 मार्च के बाद बंद हो जायेंगी। भविष्य में पूरे प्रदेश में शराबबंदी के लिये कदम उठाये जायेंगे। उन्होंने अलीराजपुर जिले को पूरी तरह नशामुक्त बनाने का संकल्प दिलवाया और ग्रामीण जन-समुदाय से आव्हान किया कि वे नर्मदा नदी में किसी प्रकार की गंदगी न करें। नर्मदा नदी में मृत्यु के बाद किये जाने वाले दाह संस्कार के लिये मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। नर्मदा नदी के प्रत्येक घाट पर चेंजिंग रूम बनाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि बेटियों के साथ अत्याचार करने वाले हैवानों को मृत्यु दण्ड देने का प्रावधान कानून में किया जायेगा। इसके लिये सरकार प्रयास करेगी।
अलीराजपुर जिले में खुलेगा पतंजलि स्कूल
योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि अलीराजपुर जिले में एक पतंजलि स्कूल खोला जायेगा। स्कूल में 2 हजार बच्चों को प्रवेश दिया जायेगा और यहाँ एलोवेरा, आँवला और हर्बल प्लांट लगाने वाले किसानों से पतंजलि द्वारा उनका उत्पाद क्रय किया जायेगा। बाबा रामदेव ने कहा कि नशा नाश की जड़ है। इससे मनुष्य का शरीर क्षीण होता है। बाबा रामदेव ने मंच से उपस्थित नागरिकों को योग भी सिखाया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस मौके पर छकतला में पाइप लाइन के जरिये नर्मदा नदी का जल लाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यहाँ के आस्था और विश्वास का केन्द्र काजल माता मंदिर का पुर्नउद्धार किया जायेगा। इसका सौंदर्यीकरण भी किया जायेगा। श्री चौहान ने संवाद कार्यक्रम की शुरूआत कन्या-पूजन से की। उन्होंने कन्याओं के पैर धोकर उनका पूजन किया।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान सपत्नीक छकतला में नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुए। श्रीमती साधना सिंह ने सिर पर कलश और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यात्रा-ध्वज थाम रखा था। साथ में बाबा रामदेव और जैन मुनि लोकेश मुनि, मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डे, श्री बी.डी. शर्मा, विधायक श्री नागर सिंह चौहान और श्री माधव सिंह डाबर भी उपस्थित थे।
ग्राम छकतला में जन-संवाद में महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती गाँवों के ग्राम बुरमा, कवड़ा, गामपुर, जलबठ और सोंडवा तहसील के हजारों की संख्या में नागरिक, महिला और बच्चे उपस्थित थे। 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा का भोपालिया, कठवाड़, मधु पल्लवी, सिलोटा में भव्य स्वागत किया गया। यात्रा का अगला पड़ाव ग्राम उमराली में होगा।
आर.एस. मीणा/अनुराधा गहरवाल