एक लाख 90 हजार 778 पंजीकृत लोग स्कूल पहुँचे
'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में राज्य मंत्रि-मण्डल के मंत्रीगण शासकीय शालाओं में पहुँचे। उन्होंने बच्चों को पढ़ने के लिये प्रेरित किया। 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में 2 लाख 457 लोगों ने अपना पंजीयन करवाया था। इनमें जन-प्रतिनिधि, मीडियाकर्मी, युवा, गृहणियाँ, व्यवसायी, डॉक्टर, इंजीनियर, खिलाड़ी और सैन्य अधिकारी प्रमुख रूप से शामिल थे। आज कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के सरकारी, प्रायमरी और मिडिल स्कूलों में इनमें से एक लाख 90 हजार 778 लोग बच्चों से शैक्षिक संवाद और उन्हें पढ़ाने के लिये पहुँचे। यह पंजीकृत लोगों का लगभग 95 प्रतिशत रहा।
खण्डवा- स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में जिले के खालवा विकासखण्ड के घूटीघाट प्राथमिक शाला पहुँचे। उन्होंने बच्चों के साथ 2 घंटे बिताये। स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों को पाठ्य-पुस्तक का अंश पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा कि बच्चों के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। बच्चों ने स्कूल शिक्षा मंत्री को पहाड़े सुनाये। उन्होंने शिक्षकों को भाषा के ज्ञान पर विशेष जोर देने के निर्देश दिये। स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह ने गुलईमाल से घूटीघाट सड़क का लोकार्पण किया। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि गणमान्य नागरिक यदि समय-समय पर शालाओं में पहुँचेंगे तो निश्चित तौर पर शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार आयेगा। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माध्यमिक शाला पहुँचीं। उन्होंने कक्षा-8 के विद्यार्थियों को जीव-विज्ञान विषय के बारे में जानकारी दी। महिला-बाल विकास मंत्री ने बच्चों को कहानी की किताबें वितरित कीं और स्कूल प्रांगण में फलदार वृक्ष कटहल का पौधा रोपित किया। आज शाला में पढ़ने वाली 630 बालिकाओं का हीमोग्लोबिन परीक्षण किया गया।
रायसेन- जिले के साँची विकासखण्ड के ग्राम बारला में शासकीय माध्यमिक विद्यालय में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार पहुँचे। उन्होंने बच्चों को नैतिक शिक्षा के साथ ही देशभक्ति और उच्च आचरण अपनाने के लिये कहा। डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने बच्चों को प्रेरक कविताएँ और कहानी सुनाई। उन्होंने कई छात्रों से कविता भी पढ़वाई। उन्होंने कहा कि देश हमें सब-कुछ देता है, हम भी कुछ देना सीखें।
लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह बेगमगंज तहसील के ग्राम सुनवाहा में शासकीय शाला में पहुँचे। उन्होंने बच्चों से कहा कि केवल पढ़ने के लिये पढ़ाई न करें, बल्कि कुछ बनने के लिये पढ़ें। उन्होंने बच्चों को पाठ्य-पुस्तक का अंश पढ़कर सुनाया। लोक निर्माण मंत्री ने बच्चों से अपने माता-पिता और गुरुओं का सम्मान करने के साथ ही अच्छी आदत सीखने के लिये कहा। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में शासकीय बालक महाविद्यालय, मण्डीदीप पहुँचे। उन्होंने बच्चों को बताया कि सरकार कैसे चलती है और इसे कौन चलाता हैं। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों की निर्वाचन प्रक्रिया के बारे में बच्चों को जानकारी दी। संस्कृति मंत्री ने लोकतंत्र के महत्व के बारे में बच्चों को बताया। रायसेन जिले में 1856 प्राथमिक और 656 माध्यमिक शाला में 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम हुआ। इसमें 3419 वॉलिन्टियर्स बच्चों के बीच पहुँचे।
मुरैना- 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह शासकीय बालक विद्यालय नूराबाद पहुँचे। स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों को पाठ्य-पुस्तक का अंश पढ़कर सुनाया और सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि कक्षा-आठवीं में जो छात्र 90 प्रतिशत अंक लायेगा, उसे अगले साल 5000 रुपये पुरस्कार-स्वरूप दिये जायेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने विद्यालय के लिये फर्नीचर और 20 हजार रुपये खेल-किट के लिये दिये जाने की भी घोषणा की।
भिण्ड- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर जिले के सभी शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम हुआ। सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लालसिंह आर्य ने शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय में शामिल हुए। उन्होंने बच्चों को गुरु-शिष्य परम्परा पर आधारित एकलव्य की कहानी सुनाई। श्री आर्य ने कहा कि बच्चे अपने जीवन में बड़ों का सम्मान करना सीखें। राज्य मंत्री ने बच्चों को पाठ का अंश पढ़कर सुनाया और सवाल पूछे। श्री आर्य ने नकल विरोधी रैली को हरी-झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरी। श्री आर्य गोहद क्षेत्र के सर्वोदय विद्यालय में पहुँचे और उन्होंने बच्चों को पाठ्य-पुस्तक का अंश पढ़कर सुनाया। बच्चों से शिक्षा संबंधी सवाल भी पूछे।
उमरिया- आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह उमरिया के कोहका शासकीय माध्यमिक शाला में बच्चों के बीच पहुँचे। उन्होंने बच्चों को रोचक कहानी सुनाई। श्री ज्ञान सिंह ने बच्चों से सवाल भी पूछे। जिले में 1174 प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में जन-प्रतिनिधि, अधिकारी, पत्रकार और गणमान्य नागरिक बच्चों के बीच पहुँचे। उन्होंने बच्चों को पाठ्य-पुस्तक का अंश पढ़कर सुनाया। बच्चों को नैतिक शिक्षा की कहानी सुनायी गयी।
विदिशा- उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा अपने जन्म-स्थान ग्राम बोरिया की शासकीय शाला में बच्चों के बीच पहुँचे। उन्होंने बच्चों को पाठ्य-पुस्तक के अंश पढ़कर सुनाये। राज्य मंत्री श्री मीणा ने बच्चों से सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे, जिसका सही जवाब बच्चों द्वारा दिया गया। बच्चों को साफ-सफाई के महत्व के बारे में जानकारी दी गयी। श्री मीणा ने बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने की समझाइश दी।
सागर- वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया सागर में पद्माकर परिसर स्थित शासकीय माध्यमिक शाला और प्राथमिक शाला के बच्चों के बीच पहुँचे। उन्होंने बच्चों को 'मिल-बांचें मध्यप्रदेश'' के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पाठ्य-पुस्तक के अंश बच्चों को पढ़कर सुनाये। वित्त मंत्री ने अपने बचपन के दिनों का स्मरण भी बच्चों के बीच किया। वित्त मंत्री ने कहा कि अच्छे अंकों से पास होने वाले बच्चों को राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद की जा रही है। वित्त मंत्री ने स्कूल में वॉटर-कूलर दिये जाने की भी घोषणा की। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव जिले के ग्राम उमरा की शासकीय शाला में पहुँचे। उन्होंने पाठ्य-पुस्तक का अंश पढ़कर बच्चों को सुनाये। बच्चों से उन्होंने कवि श्री शिवमंगल सिंह सुमन की कविता 'पथिक' को पढ़वाया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने शाला का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि ग्राम में जल्द ही स्टेडियम बनवाया जायेगा।
ग्वालियर- उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में गृह ग्राम चिनौर की शासकीय माध्यमिक शाला पहुँचे। श्री पवैया ने बच्चों को स्वतंत्रता आंदोलन के अमर शहीदों की जीवनी पढ़कर सुनायी। उच्च शिक्षा मंत्री ने बच्चों से संवाद करते हुए सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे, जिनका सही जवाब बच्चों द्वारा दिया गया। नगरीय विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह शासकीय माध्यमिक कन्या विद्यालय एमएलबी पहुँचीं। उन्होंने बच्चों को स्कूल शिक्षा के महत्व के बारे में बताया तथा पाठ्य-पुस्तक के अंश पढ़कर सुनाये। नगरीय प्रशासन मंत्री ने बच्चों से सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे, जिसके सही जवाब विद्यार्थियों द्वारा दिये गये। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल-कूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की समझाइश दी।
पन्ना- 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुश्री कुसुम महदेले माध्यमिक शाला कुंजवन पहुँचीं। बच्चों ने सरस्वती-वंदना की। उन्होंने कहा कि मन लगाकर पढ़ने से हम जो लक्ष्य तय करते हैं, उन्हें हासिल किया जा सकता है।
देवास- 'मिल-बाँचे मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी हाटपिपल्या के बालक माध्यमिक विद्यालय पहुँचे। जिस स्कूल में राज्य मंत्री पढ़े थे, उसी स्कूल में पहुँचकर उन्होंने बच्चों को श्रवण कुमार की कहानी सुनायी। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री ने बच्चों से सामान्य ज्ञान के सवाल किये। उन्होंने बच्चों को मन लगाकर पढ़ने की समझाइश दी।
जबलपुर- स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री शरद जैन 'मिल-बाँचे मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में शासकीय एलएलबी स्कूल पहुँचे। उन्होंने बच्चों को खरगोश और कछुए की रोचक कहानी सुनायी। उन्होंने बताया कि कछुआ कैसे खरगोश की चुनौती स्वीकार करता है और निरंतर प्रयास करते हुए जीत हासिल करता है। उन्होंने बच्चों को अनुशासन के साथ निरंतर प्रयास किये जाने की समझाइश दी।
उज्जैन- 'मिल-बौंचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन पानदरिबा की शासकीय कन्या माध्यमिक शाला में शामिल हुए। उन्होंने छात्रा कु. खुशी से बात की। श्री पारस जैन ने पाठ्य-पुस्तक के अंश को पढ़कर सुनाया। ऊर्जा मंत्री ने बच्चों को कहानी सुनायी और उसके उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि स्वयं के आनंद के लिये हमें दूसरे की सेवा को महत्व देना चाहिये। श्री पारस जैन ने बच्चों से सामान्य ज्ञान के सवाल भी पूछे।
कटनी- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक मुडेहरा की शासकीय माध्यमिक शाला पहुँचे। उन्होंने बच्चों से सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे, जिसका बच्चों ने सही जवाब दिया। उन्होंने बच्चों से पढ़ाई के साथ सांस्कृतिक एवं खेल-कूद गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की भी समझाइश दी। श्री पाठक बरही क्षेत्र की कई अन्य शासकीय शालाओं में भी गये। उन्होंने मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की जानकारी ली।
डिण्डोरी- खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे विक्रमपुर में शासकीय प्राथमिक शाला पहुँचे। उन्होंने बच्चों को मन लगाकर पढ़ने की समझाइश दी। श्री धुर्वे ने विद्यार्थियों को पुस्तक, कॉपी और पेन वितरित किये। खाद्य मंत्री ने 'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम की जानकारी बच्चों को दी।
मुकेश मोदी