घरों के मुकाबले 3 गुना अधिक टैक्स पर बिफरे होटल यात्री गृह व्यवसायी
निगमायुक्त एवं महापौर के नाम पर ज्ञापन सौंपकर युजर्स चार्जेस के नाम पर लगाए टैक्स को वापस लेने की मांग
उज्जैन। घर के मुकाबले में होटल लाज पर नगर निगम द्वारा 3 गुना टैक्स लगाया है। जबकि एक घर से जितना कचरा निकलता है उससे अधिक कचरा लाज या होटल से नहीं निकलता। उस पर 1 से 25 कमरे तक 2 हजार रूपये प्रतिमाह टैक्स लगा दिया। होटल एवं लॉज पर लगाए गए इस यूजर्स चार्जेस को वापस लेने की मांग को लेकर उज्जैन होटल यात्री गृह एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने निगमायुक्त आशीष सिंह एवं महापौर मीना जोनवाल के नाम एक ज्ञापन मंगलवार को सौंपा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष पं. राजेश त्रिवेदी के अनुसार सभी होटल लाज व्यवसायी पर यूजर्स चार्जेस के नाम पर जो सफाई हेतु टैक्स लगाया गया है वह पूर्ण रूप से गलत है एवं इसे वापस लियो जाना चाहिये। हम अपने होटल लाज का सामान्य घर के मुकाबले लगभग तीन गुना टैक्स दे रहे हैं। होटल या लाज से कचरा एक घर के कचरे के बराबर भी नहीं निकल रहा है। वहीं होटल लाज व्यवसाय सिंहस्थ बाद से पूर्ण रूप से मंदा होकर घाटे का व्यवसाय हो गया है। पं. राजेश त्रिवेदी, राजेश उपाध्याय, प्रशांत चंदेरी, अनिल जोशी, सौरभ शेख, मोहनलाल, शिवमंगल, संजय पाठक, संजय डिगरा, धर्मेन्द्र पंवार, हितेश कुमार, कपिल वाधवानी, बंशीलाल बैरागी, हरिश राजदेव, मुकेश राजदेव, सिद्दिक खान, शाबाज लाला, प्रमोद तिवारी, अजय शुक्ला, चेतन शर्मा, विजय कसेरा, अनिल, हरिश तिवारी, गुरप्रीतसिंह, यश सेठी, अमरीक सिंह, रशीद खान, जितेन्द्र परमार ने कमिश्नर एवं महापौर से मांग की कि होटल लाज पर लगाए गए टैक्स को वापिस लेने का कष्ट करें।