नेशनल लोक अदालत सम्पन्न, 2530 पक्षकार लोक अदालत में लाभान्वित
उज्जैन । नेशनल लोक अदालत शनिवार 11 फरवरी को आयोजित की गई। लोक अदालत का शुभारम्भ जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री बीके श्रीवास्तव ने किया। लोक अदालत का शुभारम्भ उन्होंने मां सरस्वती एवं गांधीजी के चित्र समक्ष दीप प्रज्वलन कर, माल्यार्पण कर किया। शुभारम्भ अवसर पर न्यायालय के समस्त न्यायाधीशगण उपस्थित थे। जिला मुख्यालय उज्जैन एवं समस्त तहसील न्यायालयों में कुल 37 खंडपीठों के माध्यम से लगभग 30 हजार 965 प्रकरण रखे गये थे। इनमें से 2657 प्रकरणों का निराकरण किया जाकर 2530 पक्षकार लाभान्वित हुए। लोक अदालत के माध्यम से चार करोड़ 18 लाख 10 हजार 237 रूपये का अवार्ड पारित हुआ।
लोक अदालत में आपराधिक प्रकरण, भू-अर्जन सम्बन्धी प्रकरण, सिविल प्रकरण, बिजली चोरी एवं बकाया वसूली, शासकीय एवं प्रायवेट बीमा कंपनियों से सम्बन्धित मामले तथा अन्य ऐसे दुर्घटना दावे मामले, जिसमें अन्य बीमा कंपनियां पक्षकार नहीं है, से सम्बन्धित मामले एवं स्वयं पीठासीन अधिकारियों की लोक अदालत में न्यायालय के लम्बित समझौता-योग्य प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसी प्रकार न्यायालय के लम्बित समझौता-योग्य प्रकरण एवं जिला न्यायालधीश के न्यायालय में लम्बित समझौता-योग्य प्रकरण (मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों को छोड़कर), शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लम्बित एवं प्रीलिटिगेशन विद्युत प्रकरण (मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों को छोड़कर) आदि के प्रकरणों का निराकरण खंडपीठों के माध्यम से किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री रघुवीरप्रसाद पटेल ने यह जानकारी देते हुए अवगत कराया कि नेशनल लोक अदालत के शुभारम्भ अवसर पर लोक अदालत के संयोजक श्री प्रदीप कुमार व्यास, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री पीएस पाटीदार, कुटुंब न्यायालय के अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश श्री ओपी शर्मा, कोर्ट मैनेजर डॉ.अन्नदा पद्मावत, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री वीरेन्द्र चड़ार, स्टेट बार काउंसिल के सदस्य श्री प्रताप मेहता, मण्डल अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री योगेश व्यास, अभिभाषक पं.राजेश जोशी तथा समस्त न्यायिक अधिकारी आदि उपस्थित थे।