भगवान भूल माफ कर सकते हैं, पाप नहीं- यशोदानंदन महाराज
उज्जैन। जब-जब भी धरा पर आसुरी प्रवृत्तियां हाहाकार मचाती हैं, तब-तब प्रभु अवतार धारण करते हैं। भगवान को सुधरने का अवसर देते हैं पर शैतान सुधरने को तैयार तो हो। वे कई भूल क्षमा कर देते हैं लेकिन पाप नहीं।
उक्त बात हरसिध्दि मंदिर के समीप बैकुंठ धाम में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में पांचवें दिन 1008 यशोदानंदन महाराज ने कही। पं. दिनेश त्रिवेदी, पुजारी रमण त्रिवेदी, जगदीश भट्ट, कैलाश नारायण शर्मा के सानिध्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में मुख्य यजमान शिवशंकर ढिमोले ने सपत्निक पूजन किया। इस अवसर पर जगदीश पांचाल, पं. मनोज व्यास, संजय व्यास, अरूण शर्मा, डॉ. वी.के. सिंह आदि उपस्थित थे।