पुलिस ने ड्रायवर बदल दिया
हरिफाटक ब्रिज पर डम्पर की टक्कर में मृत युवती के परिजनों ने लगाए पुलिस पर आरोप
उज्जैन। 6 फरवरी को हरिफाटक ब्रिज पर डंपर द्वारा युवती की जान लेने के मामले में आक्रोशित लोगों ने बुधवार को नीलगंगा थाने का घेराव कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दुर्घटना को अंजाम देने वाले ड्रायवर को बचाकर किसी दूसरे व्यक्ति को डम्पर का ड्रायवर बनाकर उस पर प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस से हरिफाटक चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में देखकर असली ड्रायवर को गिरफ्तार करने की मांग की गई।
मगरमुहां निवासी जगदीश परमार की बेटी मोनालिसा उम्र 22 वर्ष की मौत डम्पर द्वारा टक्कर मारने से हो गई थी। परिजनों ने पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट होकर बुधवार रात नीलगंगा थाने का घेराव किया। मोनालिसा के भाई आशीष परमार ने कहा कि नीलगंगा पुलिस ने तत्काल कार्रवाई नहीं की। ट्रक चालक के पास कोई कागज नहीं थे। डम्पर बिना नंबर के चल रहा था और जिस ड्रायवर पर कार्रवाई की जा रही है वह वो नहीं जिसने घटना को अंजाम दिया। नीलगंगा थाने के एएसआई केएस गेहलोत द्वारा समझाईश के बाद परिजन माने। थाने का घेराव करने पिता जगदीश परमार के साथ ही आशीष परमार, सौरभ जैन, प्रशांत चंदेरी, अंकित पोरवाल, नारायण स्वामी, राहुल चौरसिया, योगेश राठौर, रूपेश
सोनी, अरविंद चंदेल, मुजफ्फर भाई, अजय, अख्तार भाई, गिरीश काले, चंदन व्यास, जय यादव, संतोष गुर्जर, शैलू सरताज, शेखर प्रजापत, गुड्डू त्रिवेदी आदि ने न्यायपूर्ण कार्रवाई की मांग की।