कलेक्टर की अभिनव पहल, बैंकर्स व उद्यमियों को बैठाया साथ-साथ, ऋण प्रकरण हुए निराकृत और उद्यम की राह प्रशस्त हुई
उज्जैन । स्टेण्डअप योजना सहित अन्य शासन प्रायोजित योजनाओं में हितग्राहियों को पेश आने वाली छोटी-छोटी दिक्कतों को दूर करने व ऋण वितरणों के लिये कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे द्वारा अभिनव पहल की गई। स्वरोजगार योजनाओं से ऋण ले रहे उद्यमियों तथा सम्बन्धित बैंकर्स को साथ-साथ बैठाकर एक-एक प्रकरण पर समीक्षा की गई। जो बाधाएं थीं, तत्काल उन्हें दूर किया जाकर उद्यम की राह प्रशस्त की गई। सिंहस्थ मेला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित की गई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री बसंत कुर्रे, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक के साथ ही अन्य बैंकों के अधिकारी मौजूद थे। जिले के विभिन्न स्थानों से आये हुए वे उद्यमी हितग्राही भी उपस्थित थे, जिन्होंने किसी न किसी योजना में ऋण के लिये आवेदन किया है।
कई उद्यमियों के ऋण प्रकरणों में बाधा दूर की गई
इस बैठक में स्टेण्डअप इण्डिया सहित अन्य योजनाओं के करीब 50 उद्यमी मौजूद थे। इनके ऋण प्रकरणों में आ रही छोटी-छोटी बाधाओं को कलेक्टर द्वारा बैंकर्स और अधिकारियों से मौके पर ही चर्चा करके दूर किया गया। कई प्रकरणों में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि गुरूवार को हितग्राही एवं बैंकर्स के साथ बैठकर चर्चा कर लें, निराकरण हो जाये। इन प्रकरणों में कहीं सब्सिडी की समस्या थी, तो कहीं ट्रेनिंग पूरी नहीं होने से वितरण नहीं होने की समस्या थी। किन्हीं बैंक शाखाओं में अधिकारी के ट्रांसफर या अन्य कोई तकनीकी समस्या आ रही थी। इन सभी प्रकरणों में कलेक्टर द्वारा बैंकर्स तथा अधिकारियों से चर्चा करके निदान किया गया। जिन बैंक शाखाओं में वास्तविक रूप से स्टाफ की समस्या सामने आई, उन शाखाओं से ऋण प्रकरणों को अन्य बैंकों की शाखाओं में ट्रांसफर किया गया।
स्टेण्डअप तथा अन्य योजनाओं से सम्पन्ता की ओर बढ़ रहे हैं युवा स्वरोजगारी
बैठक में आये युवाओं ने स्टेण्डअप इण्डिया तथा अन्य योजनाओं से ऋण लेकर अपनी उद्यम इकाईयों की स्थापना तथा पैरों पर मजबूती से खड़े होने की कहानियां बयान की। उज्जैन की युवती इरम खान, जो चन्द का कुआ क्षेत्र की रहने वाली है, उसने शासन प्रायोजित योजना से 18 लाख रूपये का ऋण लेकर अपने पिता के परम्परागत झूला-चकरी व्यवसाय को आगे बढ़ाया है। अजन्ता एम्यूजमेंट पार्क नाम से कारोबार स्थापित करके अपने तथा अपने परिवार को सम्पन्नता की ओर अग्रसर करती यह युवती जुझारूपन की मिसाल बनी है। हाल ही में लिये गये ऋण से उसने ड्रेगन तथा झूलती नाव को अपने बेड़े में शामिल किया है। उज्जैन की ही सीमा गोयल अपने पति के पावरलूम वस्त्र उत्पादन इकाई में सहभागी बनकर उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ी है। उसको बैंक द्वारा नई मशीनरी के लिये ऋण दिया गया है। उन्हेल की जैन युवती द्वारा बैंक ऑफ इण्डिया से स्टेण्डअप इण्डिया में नई मशीनरी के लिये 15 लाख रूपये का ऋण लिया गया है। अब अपनी डेयरी यूनिट में मावा निर्माण, पनीर निर्माण, मट्ठा इत्यादि दुग्ध उत्पादों का सफलता से उत्पादन किया जा रहा है। उज्जैन के सेठी नगर की अर्चना दीक्षित कियोस्क द्वारा ऑनलाइन कई कार्य करके अपने पैरों पर मजबूती से खड़ी हो गई हैं, इसके लिये उन्हें बैंक द्वारा स्टेण्डअप योजना में ऋण दिया गया है। अब वे इस कार्य के विस्तार के लिये 10 लाख रूपये का पुन: ऋण ले रही हैं।
स्टेण्डअप इण्डिया योजना की ‘उमंग’ नाम से ब्राण्डिंग
जिले में स्टेण्डअप इण्डिया योजना की ‘उमंग’ नाम से ब्राण्डिंग की जा रही है। इस योजना से लाभान्वित उद्यमी उमंग का लोगो अपनी यूनिट पर लगा रहे हैं। उमंग के नाम से फेसबुक पेज भी बनाया गया है। स्टेण्डअप इण्डिया योजना में लाभान्वित उद्यमियों की जानकारी, उनकी सफलता की कहानी, फोटो, वीडियो इत्यादि फेसबुक पेज पर अपलोड किये जा रहे हैं।