उज्जैन में नगर उदय अभियान के तहत पांच हजार से अधिक हितग्राही लाभान्वित, मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य पर महापौर को दी बधाई
उज्जैन । शहर के नजर अली कंपाऊंड स्थित नगर निगम परिसर में बुधवार को नगर उदय अभियान के तहत हितग्राही सम्मेलन आयोजित किया गया । इसमें शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनओं के तहत हितग्राहीयों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। सम्मेलन में बताया गया कि उज्जैन शहर के लगभग पांच हजार सात सौ हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाकर प्रतिकात्मक रूप से प्रमाण पत्र वितरित किये गये। सम्मेलन में मुख्ये अतिथि के रूप में उर्जा मंत्री श्री पारस जैन शामिल हुए । अन्य विशिष्ट अतिथि गणों में श्री बाबूलाल जैन , विधायक डॉ. मोहन यादव , नगर निगम आयुक्त्ाह श्री आशीष सिंह , श्री इकबाल सिंह गांधी तथा श्री सोनू गेहलोत उपस्िथत थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर श्रीमती मीना जोनवाल ने की ।
सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। इसके पश्चात नगर पालिका निगम उज्जैन द्वारा नगर उदय अभियान के तहत 234.80 लाख रूपयें की लागत से चिंहित किये गये 18 विभिन्न विकास एवं निर्माण कार्यो का लोकार्पण किया गया। इसके अतिरिक्त नगर पालिका निगम उज्जैन द्वारा नगर उदय अभियान के तहत 198.49 लाख रूपये की लागत से चिंहित किये गये 11 विभिन्न विकास एवं निर्माण कार्यो का शिलान्यास भी किया गया।
उल्लेखनीय है कि पहली बार संपूर्ण राज्य में एक ही दिन में, एक ही समय में प्रदेश के सभी शहरों में हितग्राहियों को नगर उदय अभियान के तहत लाभान्वित किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान इस दौरान जबलपुर में आयोजित सम्मेलन में शामिल हुए, परंतु सीधे प्रसारण से वीडियों कॉन्फरेंस के द्वारा पुरे प्रदेश की जनता को सम्बोधित किया। कार्यक्रम स्थल पर लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से जनता ने मुख्यमंत्री के संदेश को सुना। मुख्यमंत्री ने अपने उदबोधन में कहा कि आज के दिन एक ही समय में पूरे प्रदेश में बारह लाख से अधिक हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। कार्यक्रम के इस सफल आयोजन के लिए उन्होनें नगरीय निकाय को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर राज्य के विकास व समृध्दि के सूचक हैं। शहरीय अधोसंरचना के तहत कई विकास के कार्यो को शासन द्वारा अंजाम दिया जायेगा, परंतु यह केवल शासन व प्रशासन अकेले के बस की बात नही हैं , अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए आम जन को भी दृढ़ संकल्पित होना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संपन्न , समृध्द, और वैभवशाली म.प्र. का निर्माण और यहां कि जनता का कल्याण मेरे जीवन का लक्ष्य है। म.प्र. मेरा मंदिर है और जनता मेरी भगवान है। विकास के लिए लोगो को कंधे से कंधा मिलाकर आगे आना होगा। किसी भी राज्य के विकास का आईना वहां के शहर होते है। म.प्र. की 30 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या शहरों में निवास करती है। अत: शहरों के लिए 86 हजार करोड़ रूपये की राशि से विकास के कार्य किये जायेगें। स्वच्छता के मामले में हमारा राज्य देश के अग्रणी राज्यों की पंगती में शामिल हो गया है। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को "हमारा प्रण, हमारा शहर नं. वन" का प्रण दिलाया । मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आगामी मई माह से संपूर्ण राज्य में पॉलिथिन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सभी घर जहां शौचालय नही है, वहां शौचालय निर्माण का कार्य युध्द स्तर पर चल रहा है । शौचालय का निर्माण होना ही काफी नही बल्कि उसका उपयोग किया जाना भी जरूरी है। खुले में शौच की आदत को पूरी तरह से हमें बंद करना होगा। श्री चौहान ने बताया कि आगामी 31 मार्च तक खुले मे शौच से पूर्णत: राज्य को मुक्त करना है। हमने संकल्प लिया है कि राज्य का कोई शहर ऐसा नहीं होगा, जहां पेयजल का अभाव हो। मुख्यमंत्री पेयजल योजना के तहत कोई भी पीने के पानी से वंचित नहीं रहेगा। अपने सन्देश में मुख्यमंत्री ने नगरोदय अभियान के तहत विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि अंडरग्राउंड सीवेज सिस्टम पर भी लगातार कार्य किया जा रहा है। गंदे नाले के पानी को नदियों में मिलने से रोका जायेगा। सीवेज के पानी को ट्रीटमेंट के जरिये अन्य उपयोग में लाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जबलपुर में मलजल से बिजली उत्पन्न करने का कार्य किया जा रहा है। अन्य शहरा में भी ऐसे प्लांट लगाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी अधो संरचना के तहत यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने और इसके सुचारू रूप से संचालन के तहत कई योजनाएं संचालित की जायेंगी। शहरी यातायात को बेहतर बनाने के लिये वहां ‘लोफ्लोर बसें’ चलाई जायेंगी। इसके अलावा ‘फ्लायओवर’ भी बनाये जायेंगे। शहरी जनता की जिन्दगी को सरल और चिन्तामुक्त बनाने के लिये ऐसी तमाम अवैध कॉलोनी, जिनमें आमजन का अपने जीवनभर की कमाई का पैसा लगा हो उन तमाम कॉलोनियों को वैध घोषित किया जायेगा। आमजन की सुविधा के लिये ऑनलाइन के माध्यम से उनके मकान का नक्शा पास कराने का प्रस्ताव किया जायेगा, ताकि उन्हें असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों को नशामुक्त बनाने के लिये कठोर कदम उठाने होंगे। नदी किनारे कोई भी शराब की दूकान खोलने नहीं दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने सभी को नशा मुक्ति का संकल्प दिलाया।मुख्यमंत्री ने आव्हान किया कि जनता भी विकास में अपना योगदान देने के लिये जल कर और संपत्ति कर पूर्ण ईमानदारी से भरे और मध्य प्रदेश को उन्नत राज्य बनाने के लिये अपनी ओर से कुछ न कुछ योगदान अवश्य करे। शहरो के विकास के साथ साथ वहां निवास कर रही जनता का विकास करना भी बेहद जरूरी है। वर्तमान में बीपीएल को 01 रूपये की दर से गेहूं, चावल और नमक वितरित किया जा रहा है।ासभी को जीवन यापन करने के लिये समान अधिकार मिलने चाहिये। मध्य प्रदेश में ऐसे लोग जिनके पास आवास हेतु भूमि नहीं है उनके लिये आवास बनाये जायेंगे। आवास हेतु सभी को जमीन उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिये मध्य प्रदेश शासन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में 05 लाख मकानों के बनाये जाने हेतु जमीन के पट्टे का आवंटन किया जायेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना में मध्य प्रदेश शासन द्वारा अंशदान कर आवासहीनों के लिये मकान बनाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बच्चों से उनका प्रेम का अनोखा रिश्ता बन गया है। मध्य प्रदेश के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और उनके उन्नत जीवन के लिये कई योजनाएं शासन द्वारा बनाई गई हैं। अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्र-छात्राओं को तो शासन द्वारा पढ़ाई के लिये स्कॉलरशिप दी ही जा रही है, लेकिन अब ऐसे मेधावी गरीब छात्र-छात्राएं जो किसी भी जाति के क्यों न हो, उन सभी को शासन द्वारा छात्रवृत्ति दी जायेगी। 12वीं कक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर विद्यार्थियों को लेपटॉप और स्मार्टफोन भी प्रदाय किये जायेंगे। आगामी अप्रैल माह से प्रतिभावान छात्र-छात्राओं, जिनके पास उच्च शिक्षा के लिये फीस नहीं है, उनकी फीस राज्य शासन द्वारा दी जायेगी। बच्चों को शिक्षित करना बेहद अनिवार्य है और इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाज एवं स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं जन-जन को पहुंचाना ही हमारी प्राथमिकता है। ऐसे वर्ग के लोग जो सायकल रिक्शा अपने जीवन-यापन के लिये चलाते हैं, उन्हें ई-रिक्शा प्रदाय की जायेगी। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत युवाओं को 10 लाख से 02 करोड़ रूपये तक के लोन बैंकों के माध्यम से दिलवाये जायेंगे। इसकी गारंटी राज्य सरकार द्वारा दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि “मैं चाहता हूं कि हमारे प्रदेश के युवा नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाले बनें।” मुख्यमंत्री ने अपने सन्देश के माध्यम से महिला सशक्तिकरण की दिशा में किये जा रहे प्रयास और शासन द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया। महिलाओं के विरूद्ध अपराध करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने का भी ऐलान किया।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शहरों के महापौर से चर्चा की। उज्जैन की महापौर श्रीमती मीना जोनवाल से हुई चर्चा के दौरान महापौर ने मुख्यमंत्री को बताया कि आज 05 हजार से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। उज्जैन जिले को खुले में शौचमुक्त भी घोषित किया जा चुका है।
महापौर ने बताया कि नगरोदय अभियान पिछले 03 चरणों में संचालित हुआ। इसमें पहले 02 चरणों में घर-घर जाकर हितग्राहियों को चिन्हांकित किया गया। महापौर ने बताया कि 09 हजार से अधिक हितग्राहियों का चिन्हांकन कार्य किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने उज्जैन शहर में उत्कृष्ट कार्य के लिये महापौर को बधाई दी। महापौर ने उज्जैन शहर में स्थित शराब एवं कबाब की दुकानों को बन्द कराये जाने का भी प्रस्ताव दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामोदय के बाद शहर उदय अभियान मुख्यमंत्री के द्वारा सतत प्रयासों का परिणाम है। शहरों के विकास के लिये मुख्यमंत्री ने जनता से जो वादा किया था, उसे पूर्ण किया है। उज्जैन का चहुंमुखी विकास हुआ है। नगरोदय अभियान के तहत कुल 5751 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है, जो कि पहले कभी नहीं हुआ। यह अत्यन्त हर्ष का विषय है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पं.दीनदयाल उपाध्याय के सपने को साकार किया है। अन्तिम पंक्ति के अन्तिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिये राज्य शासन दृढ़ संकल्पित है। इस अभियान के तहत जो हितग्राही लाभ प्राप्त करने से वंचित रह गये हैं, उन्हें भी आगे लाभान्वित किया जायेगा। मंत्री श्री जैन ने अपनी ओर से इस आयोजन हेतु नगर पालिक निगम को बधाई व हितग्राहियों को शुभकामनाएं दी।
उज्जैन दक्षिण के विधायक डॉ.मोहन यादव ने कहा कि आज के अवसर पर नगर निगम द्वारा विभिन्न शासकीय योजनाओं से आमजन को लाभान्वित किया गया है। इस उत्कृष्ट कार्य हेतु नगर पालिक निगम बधाई का पात्र है।
श्री बाबूलाल जैन ने कहा कि राज्य सरकार अन्तिम पंक्ति के व्यक्ति को भी लाभान्वित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने नगर निगम को इस हेतु शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में सभापति श्री सोनू गेहलोत व श्री इकबाल सिंह गांधी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
सम्मेलन के समापन में कुछ हितग्राहियों को मंच पर प्रतीकात्मक रूप से अतिथियों द्वारा प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केसरबाई-मोतीलाल, कालूराम-गोवरधनलाल, सविता, विक्रमसिंह, उमराव और चन्दाबाई-प्रदीप को अधिकार-पत्र वितरित किये गये। बीएसयूपी योजना के तहत कलाबाई-पीरूलाल, श्यामाबाई-रामलाल, ममता-मनोज, फरजाना-फारूख शाह, रमेश-कचरूलाल को आवासीय इकाई आरक्षण-पत्र वितरित किये गये। महिला एवं बाल विकास विभाग की लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत जौहरा-जावेद अंसारी, शिया-फरदीन, आराध्या-संजय, रोशनी-मनोहर और कृतिका-प्रेमनारायण को लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। खाद्य विभाग की उज्ज्वला योजना के तहत संगीता-विशाल, पूजा यादव, विधाबाई-रामचन्द्र, बेबीबाई शर्मा और ममताबाई को गैस कनेक्शन, चूल्हा और डायरी वितरण किया गया। इसी प्रकार अन्य योजनाओं के तहत भी हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र वितरित किये गये।
सम्मेलन में श्री सनवर पटेल, सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण और पार्षद मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सत्यनारायण चौहान ने किया और आभार नगर निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह ने व्यक्त किया।