पुलिस मित्र अब आपका बेटा है, जो सुरक्षा का ही ध्यान नहीं रखेगा बल्कि हालचाल भी पूछेगा
नए कमरों में चीज पुरानी कौन रखता है, परिंदों के लिए अब कुंदों में पानी कौन रखता है। यही थामे हुए है गिरती हुई दीवार को, वरना सलीके से बुजुर्गों की निशानी कौन रखता है। शायर मुनव्वर राणा की यह पंक्तियां सोमवार को जैसे चरितार्थ होती दिखी, जब चेहरे में झुरिरयों के बीच लडख़ड़ाते कदमों से पुलिस लाइन पहुंचे बुजुर्ग एसपी से संवाद के दौरान रो पड़े।
दौर ऐसा जब आलौद ही साथ छोड़ रही है, ऐसे में बुजुर्गों की लाठी बनने का बीड़ा पुलिस ने उठाया। अकेले रहने वाले बुजुर्गों को सुरक्षा ही नहीं अपनापन भी मिले इसी समर्पण भाव के साथ सोमवार से संबल योजना की शुरुआत उज्जैन पुलिस प्रदेशभर की पुलिस के लिए उदाहरण बन गई। जिलेभर के बुजुर्ग जब पुलिस लाइन में इकठ्ठा हुए और उन्हें खाकी संबल मिला तो सभी की आंख भर आई।
खुद को अकेला न समझें
एसपी ने कहा कि आप अब खुद को अकेला न समझें, पुलिस मित्र अब आपका बेटा है, जो सुरक्षा का ही ध्यान नहीं रखेगा बल्कि हालचाल भी पूछेगा। 500 से अधिक बुजुर्गों को एसपी ने कहा कि पहले कभी हम संयुक्त परिवार में रहा करते थे, अब दौर बदल गया। बच्चे बढ़े होते ही पढ़ाई और नौकरी के बाहर चले जाते हैं। ऐसे में अकेला होने पर आप दुखी तो होते ही हैं, खुद को कमजोर भी समझते हैं। ऐसा न समझें, हमें भी बुजुर्ग माता-पिता रूपी आप मिल गए हैं। इसलिए जो भी परेशानी है उसे पुलिस मित्र को सौंप दीजिए।
हमें परिचय पत्र दें, स्वास्थ्य विभाग को भी जोड़ें
सीनियर सिटीजन शांतिलाल सक्सेना ने एसपी से कहा इस योजना में स्वास्थ्य विभाग को भी शामिल करें। डॉक्टर के पास जाते हैं तो वे पैसों को महत्व देते हैं। एसपी एमएस वर्मा ने कहा अगले माह आपको परिचय बनवाकर देंगे व पुलिस ही बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य शिविर भी लगवाएंगी।
इस बात पर टीआई को 5 हजार का इनाम दें दू
माधवनगर थाना क्षेत्र निवासी आरसी जैन ने माइक पर यह कहा कि मेरा पहली बार ही थाने का काम पड़ा। माधवनगर पुलिस ने चोरी गया सामान सात दिन में दिलवा दिया। पुलिस चाहे तो कुछ भी कर सकती है। यह सुन एसपी बोले माधवनगर टीआई एमएस परमार यही बैठे हैं, मैं आपकी ओर से उन्हें पांच हजार इनाम देता हूं।
बात सुनी, भोजन करवाया, गाड़ी से भेजा
दो घंटे पुलिस लाइन में एसपी वर्मा समेत एएसपी विनायक वर्मा, नीरज पांडे, एआईजी विजय डाबर ने सभी की बात सुनी, उन्हें भोजन करवाया व पुलिस वाहन से घर भी भिजवाया।