ऊर्जा मंत्री की प्रेरणा से आयुर्वेदिक अस्पताल को मिली फिजियोथेरेपी इकाई की सौगात
उज्जैन । ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन की प्रेरणा से शासकीय धन्वन्तरी आयुर्वेद महाविद्यालयीन चिकित्सालय चिमनगंज थाने के पास पंचकर्म विभाग को करीब सात लाख रूपये की लागत से फिजियोथेरेपी इकाई की सौगात मिली। इंदौर निवासी समाजसेवी श्री रामकृष्ण दुबे ने फिजियोथेरेपी में लगे उपकरणों का खर्चा उठाया। ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने नवीन फिजियोथेरेपी इकाई का फीता काटकर उद्घाटन किया।
ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने इस अवसर पर कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के मन में सेवा का भाव होना चाहिए। अच्छे काम के लिये हम सब को आगे आकर गरीबों की मदद करना चाहिए। राज्य सरकार की भी प्राथमिकता है कि सबका स्वास्थ्य ठीक हो इस हेतु शासकीय अस्पतालों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि जरुरतमंद व्यक्तियों को बेहतर ईलाज समय पर हो सके। शासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये है कि प्रदेश के समस्त संभागों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये जाये। उन्होंने समाजसेवी श्री रामकृष्ण दुबे का आत्मीय स्वागत करते हुए कहा कि उनसे अल्प समय की मुलाकात पर उनके द्वारा आयुर्वेद अस्पताल में सात लाख रुपये की लागत की नवनिर्मित फिजियोथेरेपी यूनिट तैयार करवाई वह बधाई के पात्र है। ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने आयुर्वेदिक महाविद्यालय के प्राचार्य को निर्देश दिये कि संस्था के समस्त चिकित्सक एवं कर्मचारी समय पर अपनी सेवाएं दे और स्वास्थ्य उपचार का सौंपा गया दायित्व पूरा करें।
नगर पालिक निगम सभापति श्री सोनू गेहलोत ने इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री जैन की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से ही जिला अस्पताल में कैंसर यूनिट लगी है। आयुर्वेद अस्पतालों में योग सेंटर भी होना चाहिए। आयुर्वेद के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है। इस अवसर पर समाजसेवी एवं दानदाता ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने नवीन फिजियोथेरेपी इकाई का फीता काटकर लोकार्पण किया और इकाई में लगे उपकरणों का अवलोकन किया। अतिथियों ने कार्यक्रम के पूर्व भगवान धन्वन्तरी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर पूजन अर्चन किया।
स्वागत भाषण संस्था के प्राचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने दिया। फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. नवीन मोघी ने इकाई के बारे में विस्तृत जानकारी दी और उपकरणों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि इकाई के होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों का उपचार करने में आसानी से हो सकेगा। फिजियोथेरेपी इकाई में लेजर यूनिट, टेन्स, अल्ट्रासाउण्ड, आईएफटी, मसल्स इन्टिमोलेटर, ट्रेक्शन, एस.डब्ल्यू.डी., वेक्यूम थेरेपी आदि उपकरण हैं जिनसे उपचार किया जाएगा।