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निलंबित सुपरवाइजर के समर्थन में सीएमएचओ से मिले कर्मचारी



उज्जैन। 29 जनवरी को जिले के विकासखंड घट्टिया में सहायक कलेक्टर रानी बंसल व जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. के.सी. परमार द्वारा जैथल टेक व नजरपुर में निरीक्षण के दौरान सुपरवाईजर अनिल गंगवाल को नहीं पाये जाने पर निलंबित करने के विरोध में जिला अध्यक्ष एम.आर. मंसूरी के नेतृत्व में न्यू बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा कि गंगवाल को 30 किलोमीटर के क्षेत्र में 17 बूथ दिये जाने के कारण आवागमन में समय लगा।

जिला अध्यक्ष एम.आर. मंसूरी के अनुसार एक सुपर वाईजर को 8-10 बूथ ही दिये जाते हैं परंतु गंगवाल को 17 बूथ दिये गये जो कि 30 कि.मी. क्षेत्रफल में फैले हुए थे जिसके कारण उन्हें निरीक्षण हेतु आवागमन में समय लगा। चूंकि पल्स पोलियो अभियान कुछ बूथों पर एक दिवस, कुछ पर दो तथा कुछ पर तीन दिनों तक चलता है ऐसे में एक दिवस वाले का अवलोकन प्राथमिकता से करना होता है इस कारण गंगवाल द्वारा एक दिवस वाले केन्द्रों पर पहुंचकर अपना कार्य किया जा रहा था। इन्हीं में से एक केन्द्र जैथलटेक जहां पर अधिकारी निरीक्षण हेतु पहुंचे लेकिन जिस केन्द्र पर गंगवाल गये वहां के हस्ताक्षर नहीं देखे व अन्य केन्द्र पर हस्ताक्षर न देखकर गंगवाल को निलंबित कर दिया। इस समय गांव में होने के कारण गंगवाल का मोबाईल भी कवरेज से बाहर आ रहा था जिसके लिए गंगवाल नहीं बल्कि तकनीकी कारण जिम्मेदार है। जिलाध्यक्ष एम.आर. मंसूरी, संजय सिसौदिया, यग्नेश त्रिपाठी, राजेन्द्र अहिरवार, राजकुमार सोलंकी, ओपी यादव, ललित नागर, परमानंद कटारिया, संजय पुरैया, समीक्षा पाध्ये, हमीद खान, मुरारी पटेल, राकेश सोनी, कैलाश प्रजापति, महेश धनेलिया, आलोक शुक्ला, सत्यप्रकाश अहिरवार, कमल अंधेरिया आदि ने सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि अनिल गंगवाल द्वारा कोई लापरवाही नहीं की है इसलिए उनकी बहाली के आदेश प्रसारित करने की कृपा करें। 

 

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