यहां चहुंओर बिखरी है फूलों की खूबसूरती
उज्जैन । आपने पुरानी फिल्म बाजार की खूबसूरत गज़ल “फिर छिड़ी रात बात फूलों की, रात है या बारात फूलों की” सुनी होगी। वाकई उज्जैन के विक्रम कीर्ति मन्दिर में फूलों की बारात आई है। यहां चहुंओर फूलों की खूबसूरती बिखर रही है। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे की पहल पर लगाई गई राष्ट्रीय पुष्प प्रदर्शनी में कई दुर्लभ फूल प्रदर्शित किये गये हैं। वहीं ऐसे फूलों की भी बहुतायत है, जो किसानों को मालामाल करने में मदद करेंगे। इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित फूल देखने वालों का मन बरबस मोह रहे हैं। वहीं दूर-दराज से आ रहे किसान व्यावसायिक रूप से फूलों की खेती सीखकर मालामाल हो सकेंगे।
इस पुष्प प्रदर्शनी में खूबसूरत सफेद-गुलाबी आर्किड फूलों की सुन्दरता देखते ही बनती है। लम्बी सुन्दर लड़ियों वाला हेलिकोनिया बिहाई फूल भी आकर्षित कर रहा है। पीले, गुलाबी ट्यूलिप एक लम्बे तने पर खिलने वाला केलालिली, सुन्दर गुच्छों वाला आर्किड केम्बोडियम, अत्यन्त छोटे-छोटे फूलों का एक बड़ा गुच्छा स्टार्टिश, गाढ़े लाल हल्के लाल, पीला, सफेद लिलीयम, गुलाबी-सफेद कार्नेशन जैसे ढेरों वैरायटी के फूल पुष्पप्रेमियों को देखने को मिल रहे हैं। सेवन्ती कई रंगों में मौजूद है। रजनीगंधा और ऑस्टर भी अपनी मौजूदगी दर्शा रहे हैं। बुके में बहुतायत से प्रयुक्त होने वाला जरबेरा भी कई रंगों में प्रदर्शित किया गया है।
प्रदर्शनी में रखे गये गुलाबों का तो कहना ही क्या है। खुशबूदार गुलाब, बंच गुलाब, सफेद, गुलाबी, सूर्ख, पीले आदि रंगों में अपनी खूबसूरती को बिखेर रहे हैं। गुलाबों का एक पृथक स्टॉल रखा गया है। अन्य फूलों को भी पृथक-पृथक स्टॉलों पर प्रदर्शित किया गया है। यह प्रदर्शनी उज्जैन तथा अन्य स्थानों के नागरिकों के लिये फूलों को करीब से देखने और उनकी खूबसूरती को महसूस करने का एक बेहतरीन अवसर है, जिससे वंचित रहना कोई भी पसन्द नहीं करेगा।