रिहायशी इलाकों में घुसने वाली बाघिन वन विहार भेजी गयी
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से निकलकर होशंगाबाद जिले के पिपरिया, मटकुली आदि रिहायशी इलाकों में प्रवेश करने वाली बाघिन पी-213 को आज वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने पकड़कर वन विहार भेजा। बाघिन को 4 हाथी और 2 पशु-चिकित्सक की मदद से ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा गया। इस बाघिन ने गत 18 नवम्बर को एक किशोरी को मार दिया था। किशोरी के परिजनों को कल वन विभाग ने 4 लाख रुपये के मुआवजा का चेक दिया।
क्षेत्र संचालक श्री अनिल नागर ने बताया कि इस बाघिन को पन्ना से लाया गया था और यह मनुष्यों से बिलकुल भी नहीं डरती थी। बाघिन जंगली जानवरों का शिकार न करते हुए मवेशी खाना पसंद करती थी। इसीलिये उसका प्रवेश निरंतर रिहायशी इलाकों में बढ़ने लगा था। लगभग 6 किलोमीटर तैरकर यह तवा बाँध के करीब पहुँची थी। बाघिन का व्यवहार सामान्य नहीं था। पहले इसको केप्चर कर मटकुली के पशु बहुल क्षेत्र में भेजा गया था, ताकि कोई अनहोनी न हो। तमाम कोशिशों के बावजूद बाघिन की जंगल से बाहर निकलने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण जन-सामान्य की सुरक्षा की दृष्टि से इसे वन विहार में भेजने का निर्णय लिया गया है।