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गुरु का सानिध्य पाकर शैतान भी इंसान बन जाता है-उपाध्यायश्री



उज्जैन। कषाय के मेल से आत्मा मेली होती है। जल से तन शुद्ध होता है, भक्ति से मन और तप से चेतन शुद्ध होता है। विनम्रता से युक्त व्यक्ति सदाचारी कहलाता है। विनम्रता से श्रद्धा की अभिव्यक्ति होती है। गुरु का सानिध्य पाकर शैतान भी इंसान बन जाता है। गुरु की आज्ञा का पालन करने से गुरु प्रसन्न होते है।
यह बात उपाध्याय निर्भयसागर ने 24 समोशरण महा मंडल विधान में हजारो भक्तो के बीच विनोद मिल परिसर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में व्यक्त किये। उपाध्यायश्री ने कहा कि संगठन के बिना जीवन, समाज और परिवार अस्तित्वहीन हो जाता है। संपत्ति जीवन में जरूरी है परंतु संपत्ति के साथ 3-4 संतान की जरूरत है। कर्म करते चलो फल की ओर मत देखों। संदेह नर्क का द्वार खोलता है और श्रध्दा मोक्ष के। संदेह की दवा नहीं होती। आज इंसान ने बम, राकेट, मोर्टार, बंदूक बनाई लेकिन यदि श्रध्दा, सुसंस्कार और सदाचरण नहीं अपनाए तो जंगली हो जाओगे। उपाध्यायश्री का आशीर्वाद लेने रविवार को शहर के पूर्व कलेक्टर कवीन्द्र कियावत सपरिवार पहुंचे। समोशरण महामंडल विधान के दूसरे दिन रविवार को पांडाल का उद्घाटन हुआ। सुबह 6.30 से 9 बजे तक शांतिधारा, अभिषेक, विधान, प्रवचन हुए तथा 2 बजे से शाम 6 बजे तक उपाध्यायश्री के सानिध्य में तत्वचर्चा, प्रवचन, महाआरती, शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम दिल्ली से आए मनोज शर्मा द्वारा प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर इस अवसर पर विधान समिति अध्यक्ष धर्मेन्द्र सेठी, सामाजिक संसद अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला, अशोक सर, सचिन कासलीवाल, दिनेश पांडिया, सुनील जैन ट्रांसपोर्ट, इंदरमल जैन, देवेन्द्र इंजीनियर, विमलेश जैन, ललित सेठी, कमल सेठी, प्रकाश बुथा, सुभाष सिंघाई, हीरालाल बिलाला, वीरसेन जैन, जिनेन्द्र चनेवाला, महेश जैन, देवेन्द्र जैन, ओम जैन, अमृतलाल जैन, फूलचंद छाबड़ा, विमल जैन, अभिषेक विनायका, डाॅ. पी.सी. जैन, देवेन्द्र बेनाड़ा, पूनमचंद पाटौदी, अशोक जैन गुनावाले, केवलचंद कुमरावत, नरेन्द्र बड़जात्या, पवन बोहरा, अशोक मोदी, आर.सी. जैन, अनिल सुनील बुखारिया, अरविंद बुखारिया, अंतिम जैन, विजेन्द्र सुपारीवाले, धर्मचंद पाटनी देवेन्द्र पाटनी दिग्वेश पाटनी, संजय गोधा, स्नेहलता सोगानी, संगीता सोगानी, विनीता कासलीवाल, नीलम पंड्या, चंदा बिलाला, राजकुमार बाकलीवाल, ललित बड़जात्या, भूपेन्द्र बड़जात्या, योगेन्द्र बड़जात्या, सुशील गोधा, पलाश लुहाड़िया, इंदरचंद जैन, महेन्द्र काका, संजय बोहरा, सुनील बरगड़िया, प्रसन्न बिलाला, कैलाशचंद जैन, लालचंद जैन, सुशील लोहाड़िया, शिखरचंद लोहाड़िया, भरत पंड्या, महिपाल गंगवाल, अभिलाष जैन, मनीष जैन, महावीर टोंग्या, गौरव लुहाड़िया, जीवंधर जैन, दिलीप सोगानी, सुभाष सोनी, निर्मल सोनी, डाॅ. नेमीचंद जैन, तेजकुमार बागड़िया, सुनील सोगानी, धरमचंद पाटनी, विजेन्द्र सुपारीवाला, दीपचंद बाफलेवाला, डाॅ. अजयकीर्ति जैन आदि उपस्थित थे।

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