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पाँचवां वैश्विक निवेशक सम्मेलन अत्यधिक सफल



मध्यप्रदेश को मिले 5 लाख 62 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव
राज्य शासन द्वारा प्रदेश के तेज गति से औद्योगिक विकास तथा यहाँ पूरे विश्व से निवेश सुलभ करवाने के लिये प्रति दो वर्ष में किया जाने वाला वैश्विक निवेशक सम्मेलन उत्तरोत्तर अपने उद्देश्यों में सफलता प्राप्त कर रहा है। इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में 21 से 23 अक्टूबर तक आयोजित पाँचवां वैश्विक निवेशक सम्मेलन अत्यधिक सफल रहा। इसमें उद्योगपतियों एवं निवेशकों द्वारा प्रदेश में 2,630 निवेश के इरादे (इन्टेन्शन टू इन्वेस्ट) व्यक्त किये गये हैं, जिनकी कुल कीमत 5 लाख 62 हजार 847 करोड़ है।

    प्रदेश की मंडला इकाई में न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन 25 हजार करोड़ का निवेश करेगा।

    एवी बिड़ला समूह विभिन्न क्षेत्रों में 20 हजार करोड़ का निवेश करेगा।

    इंडियन ऑइल 4760 करोड़ के निवेश करेगा।

    एस्सार समूह गैस शोधन क्षेत्र में प्रदेश में 4500 करोड़ के नये निवेश करेगा।

    सिन्टेक्स समूह प्रदेश में 2000 करोड़ के निवेश करेगा।

    पी एण्ड जी इंडिया 1100 करोड़ के निवेश करेगा।

    मायलन लैब 700 करोड़ के निवेश पर विचार कर रहा है।

    ल्यूपिन इंडिया 700 करोड़ का निवेश करेगा।

    जर्मनी का हैटिक समूह 400 करोड़ का निवेश करेगा।

समापन सत्र में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम संभावित निवेशकों द्वारा प्रदेश में निवेश किये जाने के इरादों से अत्यन्त प्रसन्न हैं। हम विशेष रूप से मध्यप्रदेश शासन द्वारा 1 लाख 25 हजार एकड़ क्षेत्र में उद्योगों के लिये बनाये गये लैंड बैंक पर उद्योगपतियों द्वारा व्यक्त की गई प्रतिक्रिया से प्रसन्न हैं। इस संबंध में शासन द्वारा की गई घोषणा के 24 घंटे के अंदर निवेशकों को 30 भूमि क्षेत्र शासन की ऑनलाइन विंडो सुविधा के माध्यम से आवंटित कर दिये गये हैं।

सम्मेलन में निवेशकों द्वारा दिये गये निवेश प्रस्तावों से यह साबित होता है कि निवेशक सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ''मेक इन मध्यप्रदेश'' के काम को सफलतापूर्वक गति प्रदान की है। राज्य शासन की यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में चलाये जा रहे 'मेक इन इंडिया' मिशन को गति प्रदान कर रही है।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वर्ष 2004 के वैश्विक सम्मेलन में निवेशकों द्वारा दिये गये निवेश प्रस्ताव जिनकी कीमत 2 लाख 71 हजार करोड़ है, क्रियान्वयन के विभिन्न चरण में है। कुछ इकाइयों ने तो उत्पादन भी प्रारंभ कर दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैश्विक सम्मेलन में निवेशकों द्वारा दिये गये निवेश प्रस्तावों में से अभी तक 46 प्रतिशत प्रस्तावों पर अमल किया गया है, जो काफी संतोषप्रद है। पाँचवें वैश्विक सम्मेलन में 5000 से अधिक विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें से 300 प्रतिनिधि पूरे विश्व से आये, जिन्होंने 42 देशों का प्रतिनिधित्व किया। इनमें विभिन्न देशों के मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी तथा पाँच सहयोगी देशों- संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, जापान, यू.के. तथा सिंगापुर के राजदूत शामिल थे।

वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 356 बी-टू-बी (बिजनेस-टू-बिजनेस) तथा बी-टू-जी (बिजनेस-टू-गवर्नमेंट) बैठकें की गई, जो काफी सार्थक रही। तीन दिवसीय व्यापार प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें 60 से अधिक घरेलू तथा अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रदर्शनी का लगभग 20 हजार दर्शकों ने लाभ लिया। वैश्विक सम्मेलन के इस केन्द्र ने विभिन्न कंपनियों को अपने उत्पादों, तकनीक, यांत्रिकी, उपकरणों को प्रदर्शित करने का एक वैश्विक मंच प्रदान किया। मुख्य रूप से इस प्रदर्शनी ने लघु एवं मध्यम उद्योगों को नई व्यापार संभावनाएँ तथा वैश्विक सहयोगी प्रदान किये।

सम्मेलन में भारतीय उद्योगों का प्रतिनिधित्व आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष श्री कुमार मंगलम बिड़ला, सनफार्मा के अध्यक्ष श्री दिलीप संघवी, हिन्दुजा समूह के सह अध्यक्ष श्री जी.पी. हिन्दुजा, एस्सार समूह के अध्यक्ष श्री शशि रूईया, रिलायंस एडीएजी समूह के अध्यक्ष श्री अनिल अंबानी, एसआरएफ के अध्यक्ष श्री अरूण भरतराम, पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव, प्रौक्टर एण्ड गेम्बल इंडिया के सीईओ श्री अल राजवानी, आईटीसी के सीईओ श्री संजीव पुरी, फोर्ब्स मार्शल के सह अध्यक्ष श्री नौशाद फोर्ब्स तथा ट्रायडेंट समूह के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र गुप्ता द्वारा किया गया।

सम्मेलन में केन्द्र सरकार का प्रतिनिधित्व केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, शहरी विकास मंत्री श्री वेंकैया नायडू, विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत द्वारा किया गया।

मध्यप्रदेश शासन के प्रतिष्ठापूर्ण 'वैश्विक निवेशक सम्मेलन' का आयोजन एमपी ट्रायफेक (मध्यप्रदेश व्यापार एवं निवेश सहयोग निगम) द्वारा किया गया। नॉलेज पार्टनर अर्नस्ट एण्ड यंग, नेशनल पार्टनर कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज तथा मीडिया पार्टनर ''मध्यप्रदेश माध्यम'' और जनसम्पर्क विभाग था।

सम्मेलन में इस वर्ष नौ क्षेत्रों जिन पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कराया गया, वे थे - खाद्य प्र-संस्करण, ऑटोमोबाइल एवं यांत्रिकी, सुरक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, पुनऊर्जा, दवा निर्माण, टैक्सटाइल्स, पर्यटन तथा नगरीय विकास। सम्मेलन ने प्रदेश की औद्योगिक ताकत एवं बेहतर निवेश के वातावरण के प्रदर्शन के साथ ही प्रदेश के नीति निर्धारकों, उद्योगपतियों, प्रशासनिक अधिकारी, निवेशकों, व्यवसायियों तथा विषय-विशेषज्ञों के लिये एक सशक्त मंच का कार्य किया।

 

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